सामना संवाददाता / नई दिल्ली
मणिपुर हिंसा ने राज्य के आम लोगों के जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्लैक मार्वेâट में पेट्रोल २०० रुपए लीटर बिक रहा है। राज्य में एटीएम वैâशलेस होते जा रहे हैं, जीवनरक्षक दवाओं की भारी कमी है और दुकानें हर दिन कुछ ही घंटे खुल रहीr हैं। हाइवे ब्लॉक होने से परेशानियां बहुत बढ़ गई हैं और यह सब हफ्तों से जारी है। बता दें कि एक महीना से अधिक हो गया है जब मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी थी। ३ मई को ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन, मणिपुर (एटीएसयूएम) द्वारा मेइती को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल करने की मांग के खिलाफ एक विरोध रैली के बाद यह सब शुरू हुआ था।
अब तक ९८ लोगों की मौत
इस हिंसा के परिणामस्वरूप, दोनों समुदायों को अपूरणीय क्षति हुई और राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, महीने भर की हिंसा में ९८ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि घायलों की संख्या ३१० तक पहुंच गई। दोनों समुदायों के कई सदस्यों ने अपने घरों को खो दिया और उन्हें राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
राहत शिविरों में हालात बेहद खराब
जानकारी के मुताबिक, राहत शिविरों में शरण लेने वाले दोनों समुदायों के सदस्यों ने कहा कि सभी के लिए पर्याप्त भोजन नहीं मिल रहा है और उन्हें भूखे पेट सोना पड़ रहा है।