राधेश्याम सिंह / विरार
वसई-विरार और नालासोपारा की यातायात व्यवस्था सुचारु रूप से चलाने के लिए लगाए गए सिग्नल शो पीस बनकर रह गए हैं। मनपा द्वारा सिग्नल लगाने के लिए लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी ट्रैफिक समस्या से छुटकारा नहीं मिल रहा है। क्षेत्र में कई बड़ी दुर्घटना होने के बाद भी यातायात पुलिस की आंखें नहीं खुल रही हैं। वाहन चालकों द्वारा खुलेआम यातायात नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है।
वसई-विरार और नालासोपारा शहर में ट्रैफिक की समस्या से निजात पाने के लिए नागरिकों द्वारा सिग्नल लगाने की मांग की गई थी, लेकिन सिग्नल लगाए जाने के बाद नागरिकों द्वारा ही यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है और यातायात पुलिस आंखें बंद कर यातायात नियमों का उल्लघंन होते देख रही है। नालासोपारा- पश्चिम में फन फीस्टा चौराहा, राधाकृष्ण होटल टाकी रोड चौराहा, चंदन नाका चौराहा, संतोष भवन, वसई पंचवटी नाका अंबाडी रोड, विरार मनवेल पाड़ा चौराहा, विरार रोड फूलपाड़ा नाका, विवा कॉलेज नाका आदि स्थानों पर खुलेआम यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते वाहन चालक देखे जा सकते हैं।
नालासोपारा-पूर्व और पश्चिम को जोड़ने वाले ब्रिज के आस पास और ब्रिज के नीचे हर समय ट्रैफिक की वजह से जाम लगा रहता है, वहीं रोड के किनारे बैठने वाले फेरीवाले के कारण रोड पर वाहनों का जाम लगा रहता है।
जया परमार, समाजसेविका
वसई तालुका की जनसंख्या लगभग २५ लाख से अधिक है। वसई तालुका में यातायात विभाग के लिए १ वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक,१ सहायक पुलिस निरीक्षक,५ पुलिस उपनिरीक्षक, ७४ पुलिस कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं। वसई तालुका में सड़कों के चौराहों पर यातायात पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं और जहां अधिक पुलिस बल की जरुरत होती है, हमें वहां पुलिस बल तैनात करना पड़ता है। सिग्नल जंपिंग करने वालों के साथ-साथ यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ कार्रवाई करके जुर्माना वसूला जाता है।
– महेश सेटे, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक (यातायात विभाग)