जौनपुर। बक्शा थाना क्षेत्र के कुल्हनामऊ गांव के नोना बस्ती के अधिकांश लोग घर छोड़कर फरार हो गए हैं। हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है। सन्नाटे की चिरती एक महिला की चीखपुकार और करूण क्रंदन गांव के माहौल को डरावना बना रहा है। रोती-बिलखती इस महिला का पुत्र सड़क हादसे में काल के गाल में समा गया। दूसरी तरफ चक्का जाम करने व पुलिस पार्टी पर ईट पत्थर बरसाने के मामले उसका परिवार मुल्जिम बन गया है। गांव में बचे लोगों ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम ने गांव में जमकर तांडव किया, जिसके भय से गांव विरान हो गया है।
बता दें के १४ मई की भोर में गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के पचहटिया गांव के पास ट्रक की चपेट में आने से बक्सा थाना क्षेत्र के कुल्हनामऊ गांव के निवासी बाइक सवार शिवजीत और सुजीत कुमार की दर्दनाक मौत हो गई थी। हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने भाजपा नेता भोले सिंह की नेतृत्व में वाराणसी लखनऊ हाइवे को जाम करके धरना प्रदर्शन किया सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर लाठियां भाजकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। उसके बाद बीजेपी नेता समेत ६० लोगों के खिलाफ पुलिस ने चक्क जाम करने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है। पुलिस ने इस मामले में १३ लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। शेष बचे आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है। पुलिस के भय से करीब ढाई सौ आबादी वाले इस मजरे के लोग फरार है नाम मात्र के लोग ही गांव में बचे है वे लोग भी पुलिस के तांडव भय से भयभीत हैं।
बता दें कि अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुकी तारा देवी का दर्द सुनने के बाद हर कोई रो देगा। उनकी पीड़ा है सड़क हादसे में उनका जवान बेटा काल के गाल में समा गया उसके बाद ग्रामीणों द्वारा लखनऊ-वाराणसी हाइवे पर चक्का जाम व उपद्रव के चलते उन्हें तथा उनके परिवारवालों को भी पुलिस के कोप का भाजन बनना पड़ा है। वे योगी मोदी से न्याय पाने की गुहार मीडिया के माध्यम से लगाई है। इस मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक देहात शैलेंद्र कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि बीते १४ मई को पचहटिया तिराहे पर हुए सड़क हादसे को लेकर बक्शा थाना क्षेत्र के कुल्हनामऊ गांव के लोगो ने सड़क जाम किया था पुलिस जाम हटाने गयी तो ग्रामीणों ने पत्थर बाजी शुरू कर दी थी। इस मामले में कुल साठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, जिसमें १३ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है शेष की तलाश की जा रही है, जिसके कारण गांव के लोग पुलिस से बचने के लिए घर छोड़कर भागे हुए है।