मुख्यपृष्ठनए समाचारसिंगल डिजिट रैंकिंग सोचा भी नहीं था... किरण मनराल

सिंगल डिजिट रैंकिंग सोचा भी नहीं था… किरण मनराल

११ जुलाई की सुबह १० बजे के करीब मुंबई, घाटकोपर के हिमालय सोसायटी में रहने वाली किरण मनराल का मोबाइल बजा। फोन किरण की मां गंगा ने उठाया और जो सुना, उन्हें उस पर विश्वास नहीं हुआ। जो बात किरण मोबाइल पर सुन रही थी उससे रुलाई नहीं रुक पा रही थी। एच आर कॉलेज की २२ वर्षीय किरण को सीए फाइनल में तीसरा रैंक मिला था। सीए किरण राजेंद्र सिंह मनराल से सीए की तैयारियों और भविष्य को लेकर `दोपहर का सामना’ के संवाददाता मनमोहन सिंह ने बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश…

सीए की तैयारी कैसे की?
यह ५ साल का कोर्स होता है। १२वीं के बाद पढ़ाई शुरू करनी होती है। सीए फाइनल लेवल-२, नवंबर २०२० में क्लियर किया था। उसके बाद आर्टिकलशिप शुरू की आर्टिकलशिप के साथ पढ़ाई मैनेज करनी पड़ती है ३-५ साल। साथ-साथ क्लासेस भी मैनेज करने की कोशिश की, ताकि फाइनल में जाने से पहले क्लासेस के सारे सब्जेक्ट क्लियर हो जाएं। ऑफिस में कभी-कभी काम का प्रेशर हो जाता था, लेकिन सब कुछ मैनेज हो गया। दिसंबर से मैंने स्टडी शुरू कर दी मेरे पास साढ़े चार महीने थे। इसके बाद मैंने रोज १० से १२ घंटे स्टडी शुरू कर दी। बीच-बीच में ब्रेक भी लेती थी, लेकिन प्लांड नहीं होते थे।

ऑल इंडिया रैंकिंग के टॉप-३ में शामिल होंगी, ऐसी उम्मीद थी?
नहीं, ऑल इंडिया रैंकिंग में ५० तक का मुझे एक्सपेक्टेशन था। हालांकि, तैयारी हमेशा रैंकिंग की ही की थी, लेकिन सिंगल डिजिट रैंकिंग तो सोचा भी नहीं था… टॉप-३ इज लाइक सोने पे सुहागा।

सीए बनने का ख्याल कैसे आया?
अपनी बड़ी बहन से इंस्पायर हुई। वो कॉमर्स से ही पढ़ाई कर रही थी। कॉमर्स का पैटर्न मुझे पसंद आया और मुझे पता था कि मैं साइंस नहीं पढ़ पाऊंगी… कॉमर्स मेरे लिए सबसे बेहतर ऑप्शन था। कॉमर्स में फिर बहुत सारे ऑप्शन हैं पर, जो एक्सप्लोर कर सकती थी, ऐवेंंचुअली मुझे सबसे बेस्ट ऑप्शन लगा। मुझे पता था कि इसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़ेगी।

क्लासेस लेने की जरूरत पड़ी?
अलग-अलग सब्जेक्ट के लिए अलग-अलग ऑनलाइन क्लासेस की हेल्प ली।

आपको सबसे टफ सब्जेक्ट्स कौन से लगे?
जनरली टैक्स, डाइरेक्ट टैक्स डिफिकल्ट होता है, क्योंकि वह बहुत वास्ट होता है। लोगों को पोर्शन कवर करने में डिफिकल्टी आती है। दूसरा ऑडिट एक थियरी सब्जेक्ट है, जिसमें लोगों को काफी चैलेंजेस फेस करने पड़ते हैं। इसका पोर्शन काफी बड़ा है और आपको मेमराइज करना पड़ता है। ऐसा नहीं की एक बार आपने समझ लिया, कॉन्सेप्ट समझ लिया तो आप सॉल्व कर सकते हैं। स्टैट के साथ जो सब्जेक्ट होता है, जिसमें कंप्युटेशन करना पड़ता है। ऑडिट में बहुत सारा चैलेंज होता है। इस बार पेपर १-२ मैनेजेबल थे… ऑडिट का पेपर काफी डिफिकल्ट था। इस बार उन्होंने पेपर पैटर्न्स थोड़ा चेंज किया। न्यू टॉपिक ऐड किए हैं, एक्सपेक्ट नहीं था कि इतना सारा नए पोर्शन से पूछा जाएगा… स्टूडेंट्स के लिए काफी चैलेंजिंग था! इसके लिए टैक्स के लिए मैंने तैयारी जून से राइटिंग प्रैक्टिस शुरू कर दी थी। क्योंकि इसमें अलग-अलग वैराइटीज के ज्यादा चैप्टर्स हैं तो इसे और सब्जेक्ट्स से ज्यादा वक्त दिया। लकीली इस बार कंपेरेटिवली पेपर आसान था और इसी पेपर्स में मैं हाइएस्ट मार्क्स स्कोर किया, ९० आउट ऑफ १००।

सीए की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को आप क्या कहना चाहेंगी?
देखिए, जो भी बच्चा करना चाहता है उसे पता है कि यह काफी टफ है। उसे बहुत एफर्ट्स करने पड़ेंगे। आपको सिर्फ और सिर्फ हार्ड वर्क करना है। डी फोकस नहीं होना है और लगातार घंटों-घंटों पढ़ाई करनी है। डेडिकेशन बहुत ज्यादा जरूरी है। मेरी खुशकिस्मती यह रही की इंटर्नशिप के दौरान में ऐसे ग्रुप के साथ जुड़ी जो पूरी तरह से डेडीकेटेड थे। सभी रैंक के लिए तैयारी कर रहे थे, एक-दूसरे को सपोर्ट कर रहे थे।

सोशल मीडिया एडिक्शन भी स्टूडेंट्स को डिस्ट्रैक्ट करता है… आप?
डिपेंड करता है कि सोशल मीडिया को आप किस तरह से लेते हैं। जहां तक मेरा सवाल है, मैंने टेलिग्राम, युट्यूब और व्हॉट्सऐप ग्रुप से अपनी स्टडी को मजबूत बनाया। यूट्यूब से मुझे रेगुलर अपडेट्स मिलते थे। टेलीग्राम में एजुकेशनल नोट्स मिलते हैं। व्हॉट्सऐप ग्रुप डाउट सॉल्व करने के काम आया। इंस्टाग्राम सोशल नेटवर्किंग के लिए मैंने इस्तेमाल किया, लेकिन लास्ट के ३ महीने उसे अनइनस्टॉल कर दिया था।

इस अचीवमेंट को आप किसे डेडिकेट करती हैं?
अपनी मां, बहन, दादी और अपनी फैमिली को, क्योंकि ४ महीने जो मैं प्रिपरेशन कर रही थी सिर्फ घर पर ही थी। पूरी फैमिली ने मेरे शेड्यूल के हिसाब से खुद को बदल दिया था। मैं रातभर पढ़ती थी और दिनभर सोई रहती थी, कोई डिस्टर्ब नहीं करता था। मोटिवेट करते रहते थे मुझे। नो डाउट वो लोग परेशान हुए होंगे, लेकिन उन्होंने कभी एहसास होने नहीं दिया। जहां पर मैंने इंटर्नशिप की, पढ़ाई की, मेरे दोस्त सर्कल सभी ने मुझे बहुत सपोर्ट किया।

फ्यूचर प्लान क्या है?
फाइनेंस सेक्टर में अपना कैरियर बनाऊंगी…

अन्य समाचार