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२०० वीडियोज में २,००० दंगाइयों को खोजेगी एसआईटी! …  अब नूंह दंगों की तह तक जाने की सरकार ने की तैयारी

• खुफिया इनपुट को नजरअंदाज करने का खामियाजा
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
हरियाणा के नूंह में हुए दंगों की तह में जाने की सरकार ने तैयारी कर ली है। अब २०० वीडियोज के सहारे दंगाइयों की खोज एसआईटी करनेवाली है। ३१ जुलाई को नूंह में धार्मिक यात्रा पर हुए पथराव के बाद दंगे भड़क उठे थे। करीब २,००० दंगाइयों ने जमकर हिंसा की थी। असल में इस यात्रा के पहले ही सरकार को खुफिया इनपुट मिला था कि वहां दंगे की तैयारी हो रही है। पर सरकार ने इसे नजरअंदाज किया, जिससे स्थिति विस्फोटक हो गई और सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा।
मिली जानकारी के अनुसार, हिंसा मामले में राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी (विशेष जांच दल) ने लगभग २,०० वीडियो को स्वैâन करना शुरू कर दिया है।
ये वीडियोज सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हो रहे हैं। आशंका है कि इन्होंने दंगे भड़काने में अहम भूमिका निभाई। पुलिस दंगे में शामिल उपद्रवियों की पहचान करने के लिए उन जगहों के आसपास लगे सीसीटीवी वैâमरों की फुटेज की भी जांच कर रही है, जहां हिंसा हुई थी। एसआईटी की टीम पुलिस अस्पतालों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों और जंक्शनों के आसपास के वैâमरों से फुटेज प्राप्त कर रही है। राज्य के पुलिस प्रमुख पीके अग्रवाल ने कहा कि अब तक दर्ज की गई ९३ एफआईआर से संबंधित जांच के लिए कई एसआईटी का गठन किया गया है। इनमें से एक विशेष रूप से सोशल मीडिया पोस्ट पर ध्यान देगी, जो तनाव पैदा कर सकती हैं। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से लगभग २,०० वीडियो पहले ही डाउनलोड किए जा चुके हैं, जिनमें व्हॉट्सऐप पर चल रहे वीडियो भी शामिल हैं। एसआईटी टीमों का नेतृत्व डीएसपी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं।’ इससे पहले नूंह पुलिस प्रमुख वरुण सिंगला (जिनका अब ट्रांसफर हो चुका है) ने कहा था कि कथित तौर पर हिंसा भड़काने वाले वीडियो पोस्ट करने के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस के मुताबिक, साइबर सेल उस पर नजर रख रहा है। उपद्रवियों की पहचान करने की जरूरत है, इसलिए हम सीसीटीवी कैमरों से सोशल मीडिया वीडियो और क्लिप स्कैन कर रहे हैं। पुलिस ने उम्मीद जताई कि सोशल मीडिया वीडियो से हिंसा से जुड़े महत्वपूर्ण सुराग मिलेंगे। पुलिस ने कहा कि यही वीडियोज उसे कई उपद्रवियों तक ले जाएंगे। इन वीडियो क्लिपों को स्वैâन करने के लिए पुलिस के पास विशेषज्ञ हैं। एक अधिकारी ने कहा कि दंगे में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। कई पोस्ट और वीडियो यूजर्स पहले ही हटा चुके हैं। हिंसा के बाद से ४ जिलों नूंह, पलवल, फरीदाबाद और गुरुग्राम में अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है। इन जिलों में पैरामिलिट्री फोर्सेज की २० कंपनियां तैनात हैं। राज्य के ९ जिलों में धारा १४४ लागू है। हिंसा के मामले में ९३ एफआईआर दर्ज की गई हैं। १८६ लोगों को गिरफ्तार, जबकि ७८ को हिरासत में लिया है। नूंह हिंसा की जांच के लिए स्पेशल टास्क फोर्स की ८ और ३ स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीमें गठित की गई हैं।

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फेक आलिया