सामना संवाददाता / मुंबई
मणिपुर में महिला पर हुए अत्याचार की घटना की आवाज कल महाराष्ट्र विधिमंडल में पहुंच गई है। विधानसभा और विधानपरिषद दोनों सदनों में मणिपुर के मुद्दे पर विरोधी दलों के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया। ‘मोदी बाबा…हाय-हाय, मौना बाबा…हाय-हाय नहीं चलेगी, नहीं चलेगी…दादागीरी नहीं चलेगी, ऐसी जोरदार नारेबाजी करते हुए विरोधी दलों के सदस्य सभी कामकाज रोककर मणिपुर की घटना पर चर्चा कराने की मांग पर अड़े रहे। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने तत्काल चर्चा कराने से इनकार कर दिया है, जिससे नाराज विरोधी दल के सदस्यों ने सभा त्याग किया। वहीं विधानपरिषद में विरोधी दल और सत्ताधारी दल में जमकर जुबानी जंग हुई।
विधानसभा का कामकाज शुरू होते हुए प्रश्नोत्तर काल को रद्द करके मणिपुर के संवेदनशील विषय पर चर्चा कराने की मांग विरोधी दलों के सदस्यों ने की। कांग्रेस विधायक वर्षा गायकवाड़, यशोमति ठाकुर, प्रणिती शिंदे ने मणिपुर में महिला पर हुए अत्याचार की घटना अत्यंत गंभीर है। इस पर चर्चा होना आवश्यक है, ऐसा अनुरोध किया। कांग्रेस विधायक दल नेता बालासाहेब थोरात, विजय वडेट्टीवार, अशोक चव्हाण, नाना पटोले, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के विधायक भास्कर जाधव व अन्य सदस्यों ने समर्थन किया।
चर्चा की मांग करनेवाले विरोधी सदस्यों से विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि पहले प्रस्ताव रखो फिर चर्चा करो। अध्यक्ष के इस बयान के बाद विरोधी दल के सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के सामने आकर जोरदार नारेबाजी की। अध्यक्ष उन्हें बार-बार अपनी जगह पर जाने को कह रहे थे। विरोधी दल के सदस्य मणिपुर का मुद्दा अत्यंत महत्वपूर्ण है इस पर चर्चा होनी ही चाहिए, इस बात पर अड़े रहे। हंगामे के बीच प्रश्नोत्तर काल शुरू हुआ, जिससे नाराज विरोधी दलों के सदस्यों ने सभा त्याग किया।
मणिपुर की अमानवीय सरकार बर्खास्त करो
मणिपुर में हुए महिला अत्याचार के विरोध में विरोधी दल के सदस्यों ने कल विधान भवन की सीढ़ियों पर बैठकर आंदोलन किया। इस मौके पर केंद्र की भाजपा सरकार का निषेध व्यक्त किया गया। इसके साथ ही मणिपुर की सरकार के विरोध में नारेबाजी की गई। मणिपुर की सरकार को बर्खास्त करके राष्ट्रपति शासन लागू करो, ऐसा प्रस्ताव कांग्रेस विधिमंडल दल ने किया।
विश्व गुरु कहां हैं?
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के विधायक भास्कर जाधव ने इस अवसर पर सत्ताधारी भाजपा विधायकों को देखकर कहा विश्व गुरु कहां हैं? ऐसा तंज कंसा। मणिपुर जल रहा है और तुम्हारे विश्व गुरु कहां हैं? ऐसा जाधव के सवाल पर भाजपा सदस्यों में आक्रोश जैसा दिखाई दिया। इसी प्रकार विधानपरिषद में भी विरोधी दलों के सदस्यों ने मणिपुर के मुद्दे पर प्रचंड हंगामा किया। मणिपुर में हुई हत्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह नहीं बोल रहे हैं। मणिपुर देश में है कि देश के बाहर है, ऐसा स्पष्ट करो। ऐसा कांग्रेस के भाई जगताप ने कहा। इस पर सत्ताधारी के सदस्य भी खड़े हो गए। सत्ताधारी और विपक्ष में जमकर जुबानी जंग चल रही थी। इसी दरम्यान उपसभापति नीलम गोर्हे ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत किया।