कांग्रेस का संकल्प सत्याग्रह
मुंबई। केंद्र सरकार की भ्रष्ट नीतियों तथा लोकशाही का गला घोंटने, देश के लुटेरों का साथ देने के विरोध में कांग्रेस की ओर से मुंबई में मोदी सरकार के खिलाफ संकल्प सत्याग्रह का आयोजन किया गया। मुंबई कांग्रेस के सचिव अनिल गणाचार्य के अनुसार केंद्र की मोदी सरकार देश के प्रतिष्ठानों को निजी कंपनियों को बेच रही है। इस पर सवाल उठानेवालों को फर्जी मामलों में फंसाकर उन्हें सलाखों के पीछे धकेला जा रहा है। केंद्र सरकार की इन नीतियों से लोकशाही पर खतरा मंडरा रहा है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आदेश पर मुंबई जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से गुरु तेगबहादुर नगर मोनोरेल स्टेशन के सामने इस संकल्प सत्याग्रह का आयोजन किया गया। सत्याग्रह के दौरान दक्षिण मध्य मुंबई जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हुकुमराज मेहता, मुंबई कांग्रेस सचिव तथा महाराष्ट्र इंटक उपाध्यक्ष अनिल गणाचार्य, मुंबई कांग्रेस के महासचिव राजन भोसले, अधिवक्ता दीपक तलवार आदि ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर मुंबई जिला कांग्रेस कमेटी के सभी ब्लॉक अध्यक्ष सहित भारी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह
मुंबई। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीरियर डिजाइनर्स कल ३१ मार्च को स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह मना रहा है। इस अवसर पर साथी प्रोफेशनल्स का सम्मान किया जाएगा। इस अवसर पर एमसीए क्लब में आईआईआईडी, मास्टर डिजाइनर ए.आर. संजय पुरी और फाउंडर संजय पुरी को सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर अध्यक्ष हसमुख शाह के नेतृत्व में आईआईआईडी मुंबई के रीजनल चैप्टर ने एक लाइव टॉक शो का आयोजन किया है, जिसमें ए.आर. संजय पुरी उनकी अब तक की डिजाइन जर्नी और हिंदुस्थान के साथ-साथ विश्व स्तर पर प्राप्त पुरस्कारों के बारे में भी बात करेंगे। ‘संजय पुरी आर्किटेक्ट्स’ को न्यूयॉर्क ने दुनिया भर में शीर्ष १३६ डिजाइन फर्मों की सूची में शामिल किया है। यह फर्म वर्ल्ड आर्किटेक्ट कम्युनिटी तथा यूके पुरस्कार विजेताओं की सूची में दुनियाभर में सबसे ऊपर है। एम्स्टर्डम में वर्ष २०१८ में वर्ल्ड आर्किटेक्चर फेस्टिवल के सर्वश्रेष्ठ हाउसिंग ऑब्जेक्ट और लीफ अवॉर्ड्स, लंदन में दुनिया की वर्ल्ड्स बेस्ट रेसिडेंशियल बिल्डिंग का खिताब जीतने के अलावा इस फर्म ने २२५ से अधिक पुरस्कार जीते हैं, जिनमें १५० अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार और ८० राष्ट्रीय पुरस्कार शामिल हैं।
जलवायु परिवर्तन पर चर्चा
मुंबई। गत सप्ताह याकुत्स्क में जलवायु परिवर्तन एवं पर्माप्रफ्रॉस्ट मेल्टिंग पर शोध व प्रशिक्षण सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस सम्मेलन में प्रतिभागियों ने पर्माफ्रॉस्ट की प्राकृतिक और तकनीकी प्रणालियों की स्थिरता से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। इस सम्मेलन का आयोजन २०२१-२०२३ में आर्कटिक परिषद की रूस की अध्यक्षता के तहत हो रहे कार्यक्रमों के सिलसिले में हुआ, जिसका प्रबंधन रोसकॉन्ग्रेस फाउंडेशन द्वारा किया जाता है। इस अवसर पर रूस के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर यूरी त्रुतनेव ने कहा कि आर्कटिक काउंसिल की हमारी अध्यक्षता के प्रमुख विषयों में से एक जलवायु एजेंडा है। मुश्किल भू-राजनीतिक स्थिति के बावजूद हम जलवायु की स्थिति, ओजोन परत और पर्माफ्रॉस्ट के बारे में नहीं भूल सकते हैं। ये वैश्विक व राजनीति से परे मुद्दे हैं, जिन्हें न केवल याकुटिया और रूसी सुदूर पूर्व के आर्थिक विकास के लिए, बल्कि पूरे ग्रह की स्थिति के लिए हल किया जाना चाहिए। सम्मेलन का उद्देश्य अर्थव्यवस्था को जलवायु परिवर्तन के अनुकूल बनाने के लिए संयुक्त व्यावहारिक और वैज्ञानिक रूप से आधारित समाधान खोजना है। इस दौरान हुई चर्चाओं में रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, मंगोलिया, चीन, ब्राजील, अमेरिका और जापान के वैज्ञानिक व शैक्षणिक संस्थानों के लगभग ५०० विशेषज्ञों ने भाग लिया।