मुख्यपृष्ठसमाज-संस्कृतिसमाज-संस्कृति : महिला पुलिस अधिकारी का सम्मान

समाज-संस्कृति : महिला पुलिस अधिकारी का सम्मान

महिला पुलिस अधिकारी का सम्मान
मुंबई। चेंबूर तिलकनगर पुलिस स्टेशन में कार्यरत महिला पुलिस सब इंस्पेक्टर पोर्णिमा हांडे द्वारा एक मामले के आरोपी को १० साल की सजा दिलवाने के चलते विश्व महिला दिवस के अवसर पर मुंबई पुलिस आयुक्त के हाथों सम्मानित किया गया। हांडे ने अपनी इस उपलब्धि पर कहा कि यह मेरे लिए गर्व की बात है। इसके लिए उन्होंने अतिरिक्त पुलिस आयुक्त विनायक देशमुख, पुलिस उपायुक्त हेमराज सिंह राजपूत, सहायक पुलिस आयुक्त नितिन जाधव व वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुनील काले का आभार माना। उनकी इस उपलब्धि पर कई सामाजिक संगठन, मंडलोें व व्यापारी मंडलों ने भी पोर्णिमा हांडे का अभिनंदन किया है।

निरंकारी सत्गुरु का आगमन १२ को
मुंबई। महाराष्ट्र की आध्यात्मिक कल्याण यात्रा के अंतर्गत विश्वबंधुत्व एवं एकता का संदेश देने हेतु निरंकारी सत्गुुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता जी महाराष्ट्र के खारघर शहर में पहुंचेंगे। इस विशाल निरंकारी संत समागम का भव्य रूप में आयोजन रविवार, १२ मार्च को शाम ४ बजे से रात ९ बजे तक सिडको मैदान, सेंट्रल पार्क के पास, खारघर, नई मुंबई में एक दिवसीय विशाल निरंकारी संत समागम के रूप में किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त मुंबई महानगर परिक्षेत्र में होनेवाले अन्य दो कार्यक्रमों में से एक कार्यक्रम १० मार्च को अंबरनाथ क्रीड़ा संकुल, कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल के पास, वांगणी रोड, कात्रप बदलापुर-पूर्व के विशाल मैदान पर एवं दूसरा कार्यक्रम १३ मार्च को विरार (पश्चिम) स्थित न्यू विवा कॉलेज के पीछे वाले मैदान में आयोजित किया जा रहा है।

छात्राओं को आत्मरक्षा करने की ट्रेनिंग
मुंबई। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में शिखर संस्था के माध्यम से छात्राओं के लिए सेल्फ डिफेंस प्रोग्राम का आयोजन किया गया। दिवा स्थित आदर्श विद्यालय में आयोजित ट्रेनिग में लगभग ६० से अधिक छात्राओं ने भाग लिया। शिखर संस्था के सीईओ नदीम अख्तर ने बताया कि दिवा स्थित आदर्श विद्यालय के मुख्याध्यापक अमित मिश्रा के सहयोग से आयोजित इस प्रशिक्षण शिविर में छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नारी कोमल है, कमजोर नहीं। शक्ति का नाम ही नारी है। इसके साथ ही सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है। इसीलिए इस सेल्फ डिफेंस प्रोग्राम में उन्हें हर तरह की सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं।

अन्य समाचार