मुख्यपृष्ठस्तंभसमाज के सिपाही : स्वच्छ जल उपलब्ध करवाना है उद्देश्य

समाज के सिपाही : स्वच्छ जल उपलब्ध करवाना है उद्देश्य

रवींद्र मिश्रा
कहते हैं जल ही जीवन है और इंसानी स्वास्थ्य के लिए शुद्ध जल बेहद जरूरी होता है। शहर में शुद्ध जल किसी न किसी माध्यम से उपलब्ध हो जाता है, लेकिन दूर-दराज के गांवों खासकर आदिवासी क्षेत्रों में यह संभव नहीं हो पाता। आदिवासी क्षेत्रों का दौरा करनेवाले मनोज बबूर कहते हैं कि वहां के विद्यालयों में जो पानी मिलता है वो उतना स्वास्थ्यवर्धक नहीं होता, जितना होना चाहिए। छात्रों को पीने का शुद्ध पानी न मिलने से उनमें तरह-तरह की बीमारियों को जन्म लेता देख हमने पीने के शुद्ध पानी को उपलब्ध करवाना अपना लक्ष्य बनाया। आज लायंस क्लब के माध्यम से जव्हार, मोखाडा आदि क्षेत्रों के ७० स्कूलों में पढ़ने वाले ४० हजार विद्यार्थियों को स्वच्छ पीने का पानी उपलब्ध हो रहा है। लायंस क्लब के माध्यम से हम इन क्षेत्रों में समय-समय पर कैंप लगाकर आंखों का परीक्षण कर मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाते हैं। सर्दियों के मौसम में गर्म कपड़े, स्वेटर तथा कंबल का वितरण करने के साथ ही बोरीवली से बांद्रा के बीच झुग्गी-झोपड़ी में रहनेवाली ३५ हजार महिलाओं को सेनेटरी बॉक्स के पैकेट उपलब्ध कराए गए। लायंस क्लब के माध्यम से हम आदिवासी स्कूलों में जरूरतमंद छात्रों को शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराते हैं। पर्यावरण को सुरक्षित रखने के साथ ही क्षेत्र को हरा-भरा रखने के लिए समय-समय पर जनजागरण अभियान चलाते हैं। मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे मनोज बबूर आज लायंस क्लब के उप गवर्नर पद की शोभा बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि देश के विभाजन के बाद हम भारत आ गए और यहां के नागरिक बन गए। पिताजी ने यहां चश्मे का व्यवसाय शुरू किया। ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद मैंने अपना खुद का स्टॉक मार्वेâट का व्यवसाय शुरू किया। हमारा छोटा सा परिवार है। बड़ी बेटी वकालत और छोटी बेटी एमबीए कर रही है। लायंस क्लब के फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर चुने जाने के बारे में बताते हुए मनोज कहते हैं कि लायन का मतलब हिंदी में शेर होता है और शेर जिस साहस, शक्ति और निष्ठा से अपने शिकार पर ध्यान केंद्रित करता है, वैसे ही लायंस क्लब के सदस्य अपनी निष्ठा और लगन से जरूरतमंदों की मदद कर उन्हें स्वावलंबी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मनोज कहते हैं कि हमारा पहला उद्देश्य विद्यार्थियों को स्वच्छ पीने का पानी उपलब्ध कराना है। इसके लिए प्रतिवर्ष हम उन विद्यालयों का चयन करते हैं, जहां के बच्चों को पीने के लिए स्वच्छ पानी उपलब्ध नहीं है। हमारा प्रयास रहता है कि जल्द से जल्द हम उन्हें पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध करवाएं। हमारा अगला कार्य अंगदान के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना होगा क्योंकि इसकी जानकारी न होने से लोग इस दान से वंचित रह जाते हैं। आज विदेशों में लोग जिस तरह से आगे आकर अंगदान कर लोगों को जीवन प्रदान कर रहे हैं, उनकी तुलना में हम बहुत पीछे हैं।

अन्य समाचार