मुख्यपृष्ठटॉप समाचारबेस्ट की बसों में मोबाइल टॉक पर नकेल : धीरे...धीरे... बोल कोई...

बेस्ट की बसों में मोबाइल टॉक पर नकेल : धीरे…धीरे… बोल कोई सुन ना ले! … ऊंची आवाज में बात करने पर आई बंदिश

• उल्लंघन करने पर बस से उतारे जाने का खतरा
सामना संवाददाता / मुंबई
ट्रेन, बस में सफर के दौरान कुछ लोग तेज आवाज में मोबाइल फोन पर बात करते हैं, गाना सुनते या वीडियो देखते हैं। अक्सर ऐसा करने के दौरान लोग दूसरों को होनेवाली परेशानी को नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) प्रशासन ने दूसरों को परेशान करनेवाले यात्रियों पर नकेल कसने के लिए बड़ा कदम उठाया है। बेस्ट प्रशासन ने बेस्ट की बसों में सफर के दौरान मोबाइल फोन पर हेडफोन के बगैर बात करने, गाना सुनने या वीडियो देखने पर प्रतिबंध लगा दिया है। एक तरह से ऐसा करके बेस्ट प्रशासन ने सार्वजनिक जगहों पर शांति भंग करनेवाले यात्रियों को ये संदेश देने का प्रयास किया है कि धीरे…धीरे… बोल कोई सुन ना ले। बेस्ट के उक्त निर्देश का पालन नहीं करनेवाले यात्रियों के खिलाफ अब कानूनी कार्रवाई की जा सकती है तथा ऐसे यात्रियों को बस में सफर से रोका भी जा सकता है।
बता दें कि बेस्ट प्रशासन ने अपनी बसों में यात्रा करते समय लोगों को मोबाइल फोन पर जोर से बातचीत करने और बिना हेडफोन के मोबाइल उपकरणों पर ऑडियो / वीडियो एक्सेस करने से प्रतिबंधित कर दिया है। बेस्ट द्वारा जारी एक सर्कुलर के अनुसार, यात्रियों द्वारा मिली शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए बेस्ट ने यात्रियों की सुविधा के लिए यह निर्णय लिया। बेस्ट अपनी ३,४०० बसों के साथ मुंबई, ठाणे, नई मुंबई और मीरा-भायंदर शहरों में सार्वजनिक परिवहन सेवाएं प्रदान करता है। नए नियम के तहत, बेस्ट बसों में यात्रा करनेवाले सभी यात्रियों, मुंबई और आसपास के शहरों में बेस्ट की सार्वजनिक परिवहन सेवा में अपने मोबाइल उपकरणों पर वीडियो देखते या ऑडियो सुनते समय हेडफोन का उपयोग करना आवश्यक है। एक अधिकारी ने कहा कि बेस्ट की बसें सार्वजनिक सेवा वाहन हैं और इसलिए सह-यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा या परेशानी से बचने के लिए, बॉम्बे पुलिस अधिनियम की धारा ३८/११२ के तहत कार्रवाई की जा सकती है। अधिकारी ने कहा कि संबंधित विभाग को सभी बसों पर अधिसूचना प्रदर्शित करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि बेस्ट बसों में काम करनेवाले सभी कर्मचारियों, जिनमें निजी कंपनियों से किराए पर लिए गए वेट-लीज्ड वाहन भी शामिल हैं, उन्हें भी इस नियम से अवगत कराया जाएगा।

शिकायतों पर लिया फैसला
बेस्ट के प्रवक्ता ने मीडिया से कहा कि सहयात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि बेस्ट की बसों में प्रतिदिन ३० लाख से ज्यादा यात्री सफर करते हैं। इनमें से कई यात्री बार-बार अपने सह यात्रियों द्वारा तेज आवाज में फोन बजाने की शिकायत कर रहे थे, जिस पर बेस्ट ने यह पैâसला लिया है और २४ अप्रैल को इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया है।

अन्य समाचार