डीआईओएस दफ्तर घेरने के बहाने शिक्षकों ने की सरकार की घेराबंदी
विक्रम सिंह / सुल्तानपुर
एक वक्त भाजपा व संघ के काफी करीब माना जाने वाला माध्यमिक शिक्षक संघ (पांडेय गुट) भी अब यूपी में शासन-सत्ता को घेरता दिखाई दे रहा है। कल सुल्तानपुर में संगठन की स्थानीय इकाई ने शिक्षा व सेवा संबंधी विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का घेराव किया। धरना-प्रदर्शन के दौरान आयोजित सभा के दौरान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सहित अनेक स्थानीय व प्रदेशस्तरीय शिक्षक नेताओं ने सरकार की शिक्षा व शिक्षक संबंधी रीति-नीतियों को आड़े हाथों लिया। वे शिक्षक समस्याओं और अपने भविष्य को लेकर चिंतित तथा सरकार व विभागीय अधिकारियों की उदासीनता, शिथिलता व गैर जिम्मेदाराना कार्यशैली से अत्यंत व्यथित दिखे।
धरने को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सभापति तिवारी ने कहा कि शिक्षा और शिक्षकों की समस्याओं को नजर अंदाज करके कोई भी राष्ट्र विकसित नहीं हो सकता। तब प्रधानमंत्री के `विकसित भारत’ के सपने को २०४७ में वैâसे पूरा किया जा सकता है? वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बिना ओपीएस हमारे हित अधूरे हैं। सरकार शिक्षकों और कर्मचारियों को नई पेंशन स्कीम व यूनिफॉर्म पेंशन स्कीम के मायाजाल में फंसा रही है, हमें यह स्वीकार्य नहीं है।
प्रदेश संगठन मंत्री अर्चना त्रिपाठी ने कहा कि बाजारीकरण व सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार के कारण शिक्षा के क्षेत्र में गिरावट जारी है। सरकार की साख को भी बट्टा लग रहा है। कार्यक्रम के समापन के अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक महोदय रविशंकर को संघ पदाधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री को संबोधित शिक्षकों की समस्याओं से संबंधित मांगपत्र सौंपा गया।