– दुर्घटना के बाद प्रशासन की खुली नींद
सामना संवाददाता / मुंबई
महानगरपालिका प्रशासन ने कोस्टल रोड पर तेज रफ्तार वाहनों की होड़ को रोकने के लिए अब यातायात पुलिस की मदद लेने का अहम निर्णय लिया है। इसके तहत मनपा प्रशासन ने संयुक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) को पत्र भेजकर तटीय सड़क के महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस तैनात करने की मांग की है। यह कदम इसलिए उठाया गया है, क्योंकि कोस्टल रोड पर अक्सर गति सीमा का उल्लंघन होते देखा गया है। कोस्टल रोड पर गति सीमा ६० से ८० किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई है, लेकिन यह मार्ग सिग्नल रहित और निर्बाध होने के कारण वाहन अक्सर इसकी सीमा पार कर जाते हैं। कुछ स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया है कि रात १० बजे के बाद कोस्टल रोड पर वाहन तेज गति से चलाए जाते हैं, जिससे तेज और निर्बाध यात्रा की संभावना रहती है। खासकर रात १० बजे से १२ बजे तक इस मार्ग पर चार पहिया वाहनों की रेस आयोजित होती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। स्थानीय निवासियों की शिकायतों के बाद दिसंबर में यातायात पुलिस को पत्र भेजा गया था और अब मनपा प्रशासन ने भी इस मामले में पत्र भेजा है।
करीब डेढ़ से दो महीने पहले कोस्टल रोड पर एक गंभीर दुर्घटना हुई थी, जिसमें ठेकेदार के एक कर्मचारी की मौत हो गई थी। यह दुर्घटना तेज गति से चलने वाले वाहनों के कारण हुई थी। ऐसे हादसों को रोकने के लिए अब मनपा प्रशासन ने कोस्टल रोड पर तकनीकी उपायों के साथ-साथ पुलिस की तैनाती करने का फैसला लिया है। इस कदम से तटीय सड़क पर तेज रफ्तार से चलने वाले वाहनों पर कड़ी नजर रखी जाएगी, जिससे इस मार्ग पर होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकेगी।