एस.पी.यादव
मॉडल व अभिनेत्री अर्चना गुप्ता का जन्म २८ मई १९९० में उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में हुआ। बचपन से ही अभिनेत्री बनने का लक्ष्य रखनेवाली अर्चना ने आगरा से मुंबई का रुख किया और मॉडलिंग के अलावा फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाई। अर्चना गुप्ता ने हिंदी के अलावा तमिल, कन्नड़, मलयालम, तेलुगु, रूसी और अंग्रेजी फिल्मों में काम किया है। सोशल मीडिया पर अपनी फिटनेस टिप्स को लेकर विख्यात अर्चना का कहना है कि फिट रहने के लिए भोजन ही नहीं बल्कि कसरत भी शाकाहारी होनी चाहिए।
आगरा में स्कूली पढ़ाई करने के दौरान ही अर्चना थिएटर से जुड़ गईं। उन्होंने लखनऊ घराने के गुरु वीरू कृष्णाजी से कथक नृत्य का प्रशिक्षण लिया और अपने सपनों को पूरा करने के लिए मुंबई की राह पकड़ी। मुंबई में स्नातक करने के दौरान ही २००८ में तेलुगु फिल्म ‘अंदामैना मानासुलो’ से उन्होंने सिने-संसार में कदम रखा। इसी साल हिंदी आर्ट फिल्म ‘सांचा’ में अपने अभिनय से सुर्खियां बटोरी। अर्चना गुप्ता ने `क्वीन्स! डेस्टिनी ऑफ डांस’, ‘मी टू’, ‘आफत-ए-इश्क’ जैसी हिंदी फिल्मों के अलावा वेबसीरीज ‘प्वॉइजन’ में काम किया। उन्होंने रूसी फिल्म ‘राजा वस्का’ और हॉलीवुड की फिल्म ‘डिजायर्स ऑफ हार्ट’ में भी काम किया है।
थकाऊ-उबाऊ न हो एक्सरसाइज
अर्चना गुप्ता का कहना है कि हमें अपने शरीर का खास ख्याल रखना चाहिए, क्योंकि यही एक जगह है जहां हमें रहना है। जिस तरह मांसाहारी भोजन पचाने में हमारे पाचनतंत्र को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है, उसी तरह मांसाहारी एक्सरसाइज (ज्यादा श्रमवाले व्यायाम) भी शरीर को ताजगी देने के बजाय थकान और ऊब पैदा करता है।
मानसिक फिटनेस महत्वपूर्ण
अर्चना गुप्ता अपनी फिटनेस का खास ख्याल रखती हैं। वे प्रतिदिन सुबह लगभग एक घंटे व्यायाम और योग-अभ्यास करती हैं। उनका मानना है कि किसी भी व्यक्ति को फिट रहने के लिए नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार के साथ-साथ अच्छी नींद लेना भी जरूरी है। अर्चना जिम में स्ट्रेचिंग, कार्डियो जैसी हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करती हैं। वे एक्सरसाइज के अलावा प्राणायाम, योग-अभ्यास, जॉगिंग और नृत्य अभ्यास से खुद को स्वस्थ रखती हैं। मानसिक रूप से फिट रहने के लिए ध्यान करती हैं। उनका मानना है कि अगर आपका दिमाग फिट है तो आप एक आदर्श जीवन जीने में सक्षम होंगे।
सर्वोत्तम आहार शाकाहार
अर्चना गुप्ता शाकाहारी भोजन को प्राथमिकता देती हैं। अर्चना गुप्ता सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म पानी में नींबू और शहद मिलाकर पीती हैं। नाश्ते में दलिया या सब्जी-रोटी लेती हैं। लंच और डिनर में टोफू, दाल, हरी पत्तेदार सब्जियां, लहसुन, बीन्स, सोयाबीन, राजमा, आलूबुखारा और सलाद लेती हैं। उन्हें पालक की सब्जी बेहद पसंद है।
लहसुनी पालक की रेसिपी
सामग्री: पाव किलो पालक, दो चम्मच घी, तीन चम्मच तेल, आधा चम्मच जीरा, तीन चम्मच बारीक कटा हुआ लहसुन, एक प्याज, दो हरी मिर्च, दो सूखी लाल मिर्च, आधा चम्मच जीरा, आधा-आधा चम्मच लाल मिर्च, धनिया और जीरा पाउडर, आधा चम्मच गरम मसाला, आधा चम्मच हल्दी, एक तेजपत्ता, दालचीनी का एक छोटा टुकड़ा, आधा चम्मच कसूरी मेथी, एक चुटकी हींग और स्वादानुसार नमक।
विधि: पालक को धोकर हरी मिर्च के साथ उबालकर ठंडे पानी में डालकर रख दें। कुछ देर बाद इसका पेस्ट बना लें। पैन में तेल गर्म कर जीरा, तेजपत्ता, दालचीनी, लहसुन और प्याज डालकर भून लें। इसमें लाल मिर्च, धनिया, जीरा का पाउडर और हल्दी अच्छी तरह मिला लें। अब इसमें पालक का पेस्ट डालकर धीमी आंच पर पांच मिनट तक पकाएं। अब इसमें एक कप पानी, कसूरी मेथी और चुटकी भर हींग डालकर और पांच मिनट तक पकाएं। दूसरे पैन में घी में लहसुन, जीरा, सूखी लाल मिर्च डालकर तड़का तैयार करें और पालक में तड़का लगाकर गर्मागर्म परोसें।
फायदे: यह आयरन, विटामिन ए, सी, के और बीटा कैरोटीन से भरपूर आहार है। यह मैग्नीशियम, कैल्शियम और फॉस्फोरस का समृद्ध स्रोत है। यह आंखों की रोशनी बढ़ाता है। हड्डियों को मजबूती देता है। कैंसर के विकास को रोकता है। कोलेस्ट्रॉल कम करता है।
(लेखक स्वास्थ्य विषयों के जानकार, वरिष्ठ पत्रकार व अनुवादक हैं। ‘स्वास्थ्य सुख’ मासिक के संपादक रह चुके हैं।)