संजय कुमार
पुरुषों के ‘आईपीएल’ के बाद महिलाओं का ‘डब्ल्यूपीएल’ और अब ‘आईएसपीएल’ यानी ‘इंडियन स्ट्रीट प्रीमियर लीग’। इस समय ‘डब्ल्यूपीएल’ जारी है, ‘आईपीएल’ शुरू होने वाला है, लेकिन ‘आईएसपीएल’ का फाइनल दो दिन पहले ही शुक्रवार को खेला जा चुका है। ‘टाइगर्स ऑफ कोलकाता’ ने शुक्रवार, १५ मार्च को ठाणे के दादोजी कोंडदेव स्टेडियम में फाइनल में ‘माझी मुंबई’ को हराकर पहले ‘आईएसपीएल’ का खिताब जीत लिया। कोलकाता को १ करोड़ जबकि मुंबई को ५० लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिली। टूर्नामेंट के दौरान जिन खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से ध्यान आकर्षित किया उनमें कोलकाता के गेंदबाज भावेश पवार और कोलकाता के ही बल्लेबाज प्रथमेश पवार रहे जबकि मुंबई के विजय पावले को सर्वश्रेष्ठ फील्डर चुना गया। ये तीनों खिलाड़ी ढाई-ढाई लाख की पुरस्कार राशि के हकदार बने। ५ लाख की पुरस्कार राशि जीतने वाले एमजेएम के अभिषेक कुमार दालहोर को प्लेयर ऑफ दी टूर्नामेंट घोषित गया। ठाणे के दादोजी कोंडदेव स्टेडियम में ६ से १५ मार्च के दरम्यान खेले गये आईएसपीएल ने स्ट्रीट और टेनिस बॉल क्रिकेटरों को मंच प्रदान किया। टूर्नामेंट में, पिछले १० दिनों में कुछ बेहतरीन मैच, हैरतअंगेज एक्शन और कुछ अविश्वसनीय क्रिकेट देखने को मिले। पूरे टूर्नामेंट के दौरान बेहतरीन बल्लेबाजी और गेंदबाजी के साथ अव्वल दर्जे की फील्डिंग भी देखने को मिली।
बता दें कि टी१० लीग के नाम से भी जाना जानेवाला आईएसपीएल एक नई क्रिकेट लीग है, जिसका उद्देश्य नई प्रतिभाओं को ढूंढ़ने, उन्हें प्रशिक्षित करने और उनके खेल को बेहतर करना है। लीग उन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की मदद कर रही है जिन्हें प्रतिस्पर्धी माहौल में खेलने का मौका नहीं मिलता है। रवि शास्त्री टूर्नामेंट के चीफ मेंटर हैं जबकि प्रवीण आमरे और जतिन परांजपे चयन समिति के प्रमुख।
आईएसपीएल की टीमों का स्वामित्व हिंदी, तमिल और तेलुगु सिनेमा के सुपरस्टार कलाकारों के पास है। बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन की टीम का नाम ‘माझी मुंबई’ है जबकि अक्षय कुमार के पास ‘श्रीनगर के वीर’ नाम की टीम है। रितिक रोशन ‘बैंगलोर स्ट्राइकर्स’ के और तमिल स्टार सूर्या ‘चेन्नई सिंघम’ के मालिक हैं। तेलुगु फिल्म स्टार राम चरण ‘फाल्कन राइजर्स हैदराबाद’ और दोनों सैफ अली खान व करीना कपूर खान ‘टाइगर्स ऑफ कोलकाता’ के मालिक हैं। यानी आईएसपीएल में देश के प्रमुख शहरों- हैदराबाद, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, कोलकाता और श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर) का प्रतिनिधित्व होगा।
इस बात से किसी को कोई आपत्ती नहीं होनी चाहिए कि आईपीएल और डब्ल्यूपीएल जैसी प्रतियोगिताओं के आयोजन से क्रिकेट के खेल में खिलाड़ियों के प्रदर्शन के स्तर लगातार बेहतर होते चले जा रहे हैं। इन प्रतियोगिताओं में घरेलू के साथ विदेशी खिलाड़ी भी खेलते हैं। एक दूसरे की संगति में दोनों ही घरेलू और विदेशी खिलाड़ी लाभान्वित हो रहे हैं। हमारे घरेलू खिलाड़ियों के खेलने का स्तर ऊंचाइयों को छू रहा है। टीम इंडिया का बेंच स्ट्रेंथ इस कदर मजबूत हो गया है कि एक दूसरी नई टीम खड़ी की जा सकती है। हाल ही में इंग्लैंड के विरुद्ध खेली गई ५ टेस्ट मैचों की श्रृंखला में कुछ सीनियर खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में पांच नये खिलाड़ियों रजत पाटीदार, ध्रुव जुरैल, सरफराज खान, आकाश दीप और देवदत्त पड्डीकल- को इंडिया वैâप पहनने का मौका मिला। इन खिलाड़ियों का इंग्लैंड को ४-१ से शिकस्त देने में महत्त्वपूर्ण योगदान रहा। बेशक, आईएसपीएल के जरिए ही उन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को ढूंढ़ निकाला जाएगा जो धीरे-धीरे घरेलू क्रिकेट के पटल पर उभर कर सामने आएंगे और फिर आगे ही बढ़ते जाएंगे। अपने देश में क्रिकेट को लोकप्रिय और इसके स्तर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाये रखने के लिए ऐसी प्रतियोगिताओं के आयोजन बेहद जरूरी है। स्ट्रीट क्रिकेट से लेकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के बीच की इस श्रृंखला को हर हाल में बरकरार रखना होगा।