अमिताभ श्रीवास्तव
ऑटोमोबाइल दुनिया में नित नई क्रांति होती रहती है। हैरत भी है और लोगों को उनकी सुविधा तथा प्रतिष्ठा का भी लाभ मिल जाता है। अब देखिए न ये जो बाजार में एक नया वाहन आया है अपने आप में कार और बाइक दोनों का आनंद देगा। जी हां, कार की शक्ल में बाइक। तीन पहियों वाली इस मोटरसाइकिल में कुल चार लोगों के बैठने की जगह है। इसमें हाई परफॉर्मेंस वाले पैडल शिफ्टर्स मिलते हैं। इनके जरिए शिफ्ट पॉइंट्स को कंट्रोल किया जा सकता है। इस मोटरसाइकिल की ऊंचाई १,३१८ एमएम, लंबाई ३,८००एमएम और चौड़ाई १,९८०एमएम है। वहीं इसका व्हीलबेस २,६६७ एमएम और ग्राउंड क्लियरेंस १३७.३ एमएम है। इस बाइक में राइड कमांड, जीपीएस नेविगेशन, कनेक्टेड सर्विसेज, स्टेज ३ रॉकफोर्ड फॉसगेट ऑडियो और एप्पल कारप्ले के साथ ७-इंच का डिस्प्ले दिया गया है, जो एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस है। इसकी टॉप स्पीड लगभग २०० किलोमीटर प्रति घण्टे की है। इस बाइक की शुरुआती कीमत ३३,९९९ डॉलर है, जो लगभग २८ लाख रुपए के बराबर है। फिलहाल यह बाइक हमारे में खरीदने के लिए उपलब्ध नहीं है।
एलियंस के जासूस बच्चे
यह जो थ्योरी आई है उसने चौंका दिया है। धरती के लिए वाकई यह चौंकाने वाली बात है कि उसकी जासूसी हो रही है और वो भी एलियंस के बच्चे कर रहे हैं। वैसे भी अमेरिका यूएफओ की थ्योरी में बिलीव करता है। वो मानता है कि एलियन होते हैं और वो सौरमंडल में मौजूद हैं। इसकी खोज के लिए वो हर साल अरबों रुपए खर्च भी करता है। एक महीने पहले जब अमेरिकी एयरस्पेस में कथित तौर पर चीनी जासूसी गुब्बारे दिखे तो उनको मार गिराया गया। मगर यूएस उसको भी यूएफओ ही समझ रहा था। अब अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने वार्निंग जारी की है। इसमें आधिकारिक तौर पर कहा गया है कि एलियंस अपने जासूस धरती पर भेज रहे हैं। पेंटागन की ओर जारी वार्निंग में कहा गया है कि यूएफओ के रूप में एलियन मदरशिप द्वारा पृथ्वी पर उसी तरह से भेजा जा सकता है जैसे नासा सौर मंडल में अन्य ग्रहों का पता लगाने के लिए छोटे उपकरणों का उपयोग करता है। पेंटागन के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि एक एलियन के बच्चे हमारे सौर मंडल में हो सकता है और पृथ्वी की गोपनीय जानकारी भेज रहे हैं। यूएस इंटेलिजेंस हब ने दावा किया है कि नासा अन्य ग्रहों की खोज कैसे करता है, उसी तरह छोटी जांच का इस्तेमाल किया जा सकता है।
घटाओ रिटायरमेंट की उम्र
अब यह हमारे देश के लिए तो आश्चर्यजनक है, क्योंकि यहां तो रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने के लिए अक्सर आवाज उठती रहती है लेकिन प्रâांस में रिटायरमेंट की उम्र घटाने के लिए लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। फिलहाल, सरकार और जनता के बीच घमासान मचा हुआ है। लोग सड़कों पर उग्र प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं। प्रâांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का कहना है कि पेंशन सिस्टम को संतुलित करने के लिए यह सुधार जरूरी है। हालांकि, इसके विरोध में कूड़ा आंदोलन से शुरू हुआ प्रदर्शन हिंसक भी हो सकता है। प्रâांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों द्वारा पेंशन प्रणाली में सुधार के लिए सदन में पेश किए गए बिल को मंजूरी मिल गई है। इस बिल को लेकर सीनेट में मतदान किया गया। बता दें कि इस बिल का विरोध देशभर में हो रहा है। पेरिस में कई लोगों ने सरकार के पैâसले का विरोध किया। पेरिस की पुलिस के साथ झड़पों में कम से कम १२० लोगों को गिरफ्तार किया गया था। है न अजीब मामला कि जल्दी करो रिटायर।
पब्लिक देखेगी कोहिनूर
कोहिनूर की बात आती है तो हिंदुस्थानी हीरे का ख्याल आता है जिसे अंग्रेजो ने लौटाया नहीं और विश्व प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा को लेकर दुनियाभर में हमेशा चर्चा होती रही है। अब ब्रिटेन के महलों का प्रबंधन करने वाली संस्था हिस्टोरिक रॉयल पैलेसेज ने कहा है कि इस हफ्ते इसे आम जनता के लिए रखा जाएगा। नई ज्वेल हाउस में चीजों और दृश्य अनुमानों के संयोजन के जरिए कोहिनूर के इतिहास और इसकी खूबसूरती के बारे में बताया जाएगा। कोहिनूर, जिसे पारसी भाषा में रोशनी का पहाड़ कहा जाता है। बताया जाता है कि महाराजा दलीप सिंह ने १८४९ में १०८ कैरेट का कोहिनूर हीरा महारानी विक्टोरिया को दे दिया था। १९३७ में इसे महारानी के ताज में लगा दिया गया था। लेकिन यह अब ताजपोशी समारोह के दौरान टॉवर ऑफ लंदन में सेंटर-स्टेज पर रखा जाएगा। इससे पहले ब्रिटेन की नई महारानी कैमिला ने छह मई को होने वाली ताजपोशी के लिए चयन किए गए ताज में कोहिनूर को शामिल नहीं किया है। वैâमिला ने इसके लिए महारानी मैरी के ताज का चयन किया है। ऐसे में माना जा रहा है कि उस ताज में सबसे बेशकीमती और बड़े कटे हुए हीरों में शामिल कोहिनूर की केवल प्रतिकृति होगी, क्योंकि असली हीरा महारानी एजिलाजेथ द्वितीय की मां राजमाता महारानी एलिजाबेथ के ताज में लगा हुआ है।
लेखक सम सामयिक विषयों के टिप्पणीकर्ता हैं। ३ दशकों से पत्रकारिता में सक्रिय हैं व दूरदर्शन धारावाहिक तथा डाक्यूमेंट्री लेखन के साथ इनकी तमाम ऑडियो बुक्स भी रिलीज हो चुकी हैं।