मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
बरेली में पुराना शहर के मोहल्ला जोगी नवादा में कांवड़ यात्रा के दौरान रविवार को फिर से हुए बवाल के बाद पुलिस द्वारा कांवड़ियों पर लाठीचार्ज को गंभीर मानते हुए शासन ने एसएसपी प्रभाकर चौधरी को हटा दिया। उन्हें ३२वीं पीएसी (लखनऊ) भेजा गया है। देश के अच्छे आईपीएस अधिकारियों में सुमार चौधरी के १३ वर्ष की नौकरी में यह उनका २१वां स्थांतरण है। सीतापुर के एसपी घुले सुशील चंद्रभान नए एसएसपी होंगे। इधर बारादरी थाने के इंस्पेक्टर अभिषेक सिंह और जोगी नवादा चौकी प्रभारी अमित कुमार को निलंबित कर दिया गया है।
बताते हैं कि रविवार को सुबह से चल रही रस्साकसी के बीच शाम पांच बजे एसएसपी प्रभाकर चौधरी के नेतृत्व में पुलिस ने पहले सख्ती दिखाते हुए बलपूर्वक हटाया, फिर लाठीचार्ज करना पड़ा। एसएसपी का दावा था कि अराजकतत्वों ने हवाई फायरिंग की, इस कारण लाठीचार्ज करना पड़ा। डीएम शिवाकांत द्विवेदी की मौजूदगी में हुए लाठीचार्ज में कांवड़ियों समेत कुछ महिलाएं भी घायल हुर्इं। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर डीजे जब्त कर लिया गया। कांवड़ जत्थे में शामिल डीजे पर बजाए जा रहे गानों को लेकर पुलिस के आपत्ति करने से यह पूरा बवाल हुआ। कांवड़ियों पर लाठीचार्ज को सपा व दूसरी विपक्षी पार्टियों के मुद्दा बनाने पर शासन गंभीर हुआ। इस संदर्भ में एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि एक पक्ष को समझा दिया गया था। वह लोग गलियों में १५० मीटर अंदर चले गए थे। कांवड़ यात्रा निकलने से पहले उसमें शामिल अराजकतत्वों ने हवाई फायरिंग कर दी। तब लाठी चलवाकर लोगों को खदेड़ना पड़ा। स्थिति नियंत्रण में है। मौके पर फोर्स मौजूद है। पूरे घटनाक्रम का वीडियो व फुटेज मौजूद है। इसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।