सामना संवाददाता / मुंबई
कर्मचारियों की लंबे समय से लंबित मांगों को लगातार नजरअंदाज करने के कारण एसटी कामगार संयुक्त क्रियाशील समिति ने कल मंगलवार से अनिश्चितकालीन धरना आंदोलन शुरू कर दिया है। इस आंदोलन के कारण राज्य के २५१ डिपो में से ५९ डिपो पूरी तरह से बंद हो चुके हैं, जबकि अन्य जगहों पर एसटी की सेवाएं बुरी तरह से बाधित हुई हैं। सरकार की अनदेखी के चलते, गणेशोत्सव के लिए गांव जाने की तैयारी कर रहे नागरिकों को भारी परेशानी उठानी पड़ सकती है। महाराष्ट्र एसटी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संदीप शिंदे ने कहा कि लगभग ६० से ७० हजार एसटी कर्मचारी धरना आंदोलन में शामिल हुए हैं। कल मंगलवार को मंत्री उदय सामंत के साथ चर्चा हुई थी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इसलिए धरना आंदोलन जारी रहेगा। आज मुख्यमंत्री के साथ बैठक होने वाली है। बैठक में सकारात्मक निर्णय न होने पर आंदोलन और व्यापक रूप ले सकता है। वेतन से जुड़े आर्थिक और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों को सुलझाने में सरकार की नाकामी ने एसटी कर्मचारियों की नाराजगी को और अधिक बढ़ा दिया है।