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राज्य का गृह मंत्रालय फेल…महाराष्ट्र में झड़पें हुईं तेज! दंगों का सूत्रधार कौन?

  • अब नगर में दो गुटों के बीच हुई पत्थरबाजी
  •  रामनवमी पर मुंबई, संभाजीनगर और जलगांव में हो चुकी हैं झड़पें
  • देश के कई राज्यों में भी हिंदू त्योहारों को बनाया जा रहा है निशाना
  •  हनुमान जयंती पर तनाव बढ़ने का है अंदेशा

रामदिनेश यादव / मुंबई
हिंदुओं के पवित्र त्योहार रामनवमी के दिन से शुरू हुए दंगों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। देश के कई बड़े शहरों में रामनवमी के दिन दो गुटों में हुई झड़प दंगों का रूप ले चुकी है। तबसे लेकर अब तक महाराष्ट्र सहित देश के विभिन्न राज्यों में बढ़-चढ़कर दंगे हो रहे हैं। इसे रोकने में राज्य सरकार का गृह मंत्रालय पूरी तरह फेल नजर आ रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कुछ दिनों पहले संभाजीनगर, जलगांव और मुंबई के मालाड में हुए दंगे के बाद भी राज्य ग्रह मंत्रालय अलर्ट नहीं दिख रहा है। यही वजह है कि मंगलवार की रात एक बार फिर नंदुरबार और नगर जिला दंगे के साये में धधक उठा।

रामनवमी के बाद अब आज हनुमान जयंती है। देश में जगह-जगह कार्यक्रम होने हैं। यहां भी दंगे उठने की गुंजाइश पूरी है। अब सवाल उठता है कि आखिरकार इन दंगों का सूत्रधार कौन है? किसके इशारे पर, किसकी साजिश पर यह दंगे कराए जा रहे हैं? इससे पहले गुजरात के वडोदरा, पश्चिम बंगाल के हावड़ा, बिहार, यूपी के लखनऊ सहित आदि राज्यों में दंगे हुए। देश में बढ़ते इस संवेदनशील माहौल को लेकर कई समाज सेवकों ने चिंता व्यक्त की है।
हिंदू त्योहारों के समय ही दंगे क्यों?
बता दें कि भगवान राम जिनका व्यक्तित्व ही राष्ट्र निर्माण, समाज निर्माण, व्यक्ति निर्माण के लिए आधार माना जाता है, उन्हीं राम के जन्म के उत्सव वाली रामनवमी पर देश के कई शहरों में तनाव बढ़ा है। महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में रामनवमी के इर्द-गिर्द दो गुटों में झड़प और फिर पथराव की घटना सामने आई है। राम भक्तों का कहना है कि यह एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है। हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। हिंदू त्योहारों के समय ही ऐसे दंगे जानबूझकर कराए जा रहे हैं।
नंदुरबार-नगर में दंगाइयों ने जलाई दुकानें
महाराष्ट्र के नंदुरबार शहर में दो पक्षों के बीच पथराव देखने को मिला। हालांकि, झड़प क्यों हुई, इसका खुलासा नहीं हो पाया है? लेकिन पुलिस ने इस मामले में आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा नगर जिले में भी दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई। यहां पत्थरबाजी के साथ-साथ आगजनी की भी घटना सामने आई। यहां गाड़ियां जलाई गई हैं तो कुछ घायलों का अस्पताल में इलाज हो रहा है।
राज्य गृह मंत्रालय में खामियां…तो शायद ये दंगे न होते
मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार रात को महाराष्ट्र के दो जिले नंदुरबार और नगर में दो गुटों के बीच तेज झड़पें हुर्इं। इस दौरान दोनों गुटों की ओर से जमकर पत्थरबाजी हुई। दंगाइयों ने यहां वाहनों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया। सूत्रों के अनुसार, सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं, जिनका अब भी अस्पताल में इलाज चल रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन ठिकानों पर पुलिस बंदोबस्त में भी खामियां देखी गर्इं, पुलिस मौके पर पहुंची और आंसू गैस की मदद से लोगों को वहां से हटाने में सफल रही तो कुछ दंगाइयों को गिरफ्तार भी किया है। लेकिन पुलिस की यही कार्रवाई समय पर हुई होती तो शायद यह दंगे नहीं हो पाते।

राज्य में पहले भी सामने आर्इं पथराव की घटनाएं
रामनवमी के अवसर पर राजधानी मुंबई के मालाड में भी हिंसा भड़क गई थी। रामनवमी के जुलूस के दौरान दो गुटों में पत्थरबाजी की घटना सामने आई थी। वहीं रामनवमी के अगले दिन भी महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर के किराडपुरा में भी दो पक्षों में झड़प की घटना सामने आई थी। इस दौरान दोनों तरफ से पत्थरबाजी के साथ-साथ आगजनी भी की गई। हालत यह रही कि लोगों ने पुलिस पर भी पत्थर फेंके, जिसकी वजह से १० पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे।

 

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