– सुभासपा उपाध्यक्ष शर्मा ने कहा-मुझे गलत समझा लोगों ने !
विक्रम सिंह/सुल्तानपुर
‘सब गोलमाल भाई सब गोलमाल है !’ योगी सरकार में ओमप्रकाश राजभर की पार्टी बराबर की हिस्सेदार है। कैबिनेट मंत्री राजभर खुद सुल्तानपुर जिले के ‘प्रभारी मंत्री’ भी हैं। वे आए दिन नौकरशाही में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान की दुहाई देते हैं। इसके बावजूद सुल्तानपुर दीवानी कचहरी में शनिवार को शर्मनाक वाकया हो गया। सिविल लाइन की सीताकुंड पुलिस चौकी में पकड़े गए बाइक चोरी के अपने रिश्तेदार आरोपी को पुलिस से छुड़वाने की सिफारिश करने के आरोप में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष की ही वकीलों ने दीवानी परिसर में जमकर पिटाई कर दी। फिलहाल प्रकरण वकीलों से जुड़ा होने को लेकर पुलिस कुछ भी साफ-साफ बताने से इनकार कर रही है।
वाकया कुछ यूं घटित हुआ। दीवानी परिसर के बगल स्थित सिविल लाइन की सीताकुंड पुलिस चौकी पर एक बाइक चोरी के आरोप में एक युवक को पुलिस कस्टडी में लेकर बैठाए हुए थी। उसपर एक वकील की मोटर साइकिल चुराने का आरोप था। इसी दरम्यान घटनाक्रम की सूचना आरोपी के रिश्तेदार सुभासपा प्रदेश उपाध्यक्ष अखिलेश शर्मा को मिली। वे भी दीवानी चौराहा पहुंच गए। वकीलों का आरोप है कि शर्मा बाइक चोर को गिरफ्त से छोड़वाने के लिये पुलिस से सिफारिश कर रहे थे। बस इसी बात से नाराज होकर नाटकीय ढंग से शर्मा को दीवानी कचहरी के भीतर बुलाकर युवा वकीलों के झुंड ने जमकर पीटना शुरू कर दिया। हालांकि सीनियर वकीलों के बीच बचाव से उन्हें किसी तरह बचाया गया। इस बीच मौके पर पहुंची नगर पुलिस ने भी समझा बुझाकर आक्रोशित लोगों को शांत किया। सुभासपा प्रदेश उपाध्यक्ष शर्मा भी कोतवाली पहुंचे और मीडिया के सामने बयान देकर वकीलों के आरोपों से सीधा इनकार कर दिया। कहा कि , मुझे गलत समझा गया। ये मेरा दुर्भाग्य है। मैंने बाइक चोर की कोई पैरवी नहीं की है। मैं हमेशा अपराध और अपराधियों के खिलाफ रहता आया हूँ।