हाल ही में घटित एक दुखद घटना में, 27 वर्षीय सपन पटेल ने ऑनलाइन जुए में पंद्रह लाख रुपए का कर्ज़ चुकाने में असमर्थता के चलते आत्महत्या कर ली। यह घटना न केवल व्यक्तिगत दुःख है, बल्कि यह समाज को एक गंभीर चेतावनी भी देती है कि क्या हम अपने बच्चों को अनजाने में शेयर बाजार के जुए की ओर धकेल रहे हैं? माता-पिता अक्सर निवेश और ट्रेडिंग के बीच का अंतर समझने में असमर्थ होते हैं, जिससे युवा पीढ़ी गलत दिशा में बढ़ रही है।
सबसे पहले, यह समझना जरूरी है कि ट्रेडिंग और निवेश में क्या अंतर है। ट्रेडिंग एक त्वरित लाभ कमाने की प्रक्रिया है, जहाँ निवेशक बाजार के उतार-चढ़ाव का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। यह एक प्रकार का जुआ है, जिसमें जोखिम बहुत अधिक होता है और व्यक्ति अपनी पूंजी खो सकता है। दूसरी ओर, निवेश का अर्थ है अपनी पूंजी को लंबे समय तक अच्छी कंपनियों में लगाना, जिससे वह समय के साथ बढ़ती है। निवेश में धैर्य, समझ और सही योजना की आवश्यकता होती है।
हालांकि, आजकल माता-पिता अपने बच्चों को यह समझाने में असमर्थ हैं कि ट्रेडिंग को निवेश नहीं माना जा सकता। वे अनजाने में अपने बच्चों को ट्रेडिंग के जाल में फंसा रहे हैं, जो कि एक गंभीर समस्या है। कई माता-पिता यह नहीं समझते कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग केवल लाभ कमाने का एक जुआ है, जबकि निवेश का मतलब है एक सुरक्षित और दीर्घकालिक रणनीति के तहत अपनी पूंजी का उपयोग करना।
युवाओं के लिए यह भी महत्वपूर्ण है कि वे अपनी स्किल्स और मास्टरी पर ध्यान केंद्रित करें। अगर वे किसी क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करते हैं, तो वे निश्चित रूप से अधिक कमाई कर सकते हैं और अपनी कमाई को सुरक्षित तरीके से निवेश कर सकते हैं। उन्हें यह समझना चाहिए कि एक बार कमाई गई राशि को बार-बार ट्रेडिंग में लगाना एक बहुत बड़ा जोखिम है, जिससे वे कर्ज़ के बोझ में दब सकते हैं।
इसके अलावा, यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि ट्रेडिंग में बार-बार अपनी पूंजी को तोड़ना और मोड़ना सिर्फ नुकसान का कारण बनता है। यह एक मानसिक तनाव का कारण बन सकता है और यदि व्यक्ति कर्ज़ में डूब जाता है, तो वह आत्महत्या जैसे गंभीर कदम उठाने पर मजबूर हो सकता है। इसलिए, सही निवेश की समझ और दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है।
अंततः, मेरा यही संदेश है कि युवाओं और उनके परिवारों को निवेश और ट्रेडिंग के बीच का अंतर समझना चाहिए। यदि आप सही तरीके से निवेश करते हैं और ट्रेडिंग के जाल में नहीं फंसते हैं, तो आपका भविष्य सुरक्षित रहेगा। यह सही दिशा में उठाया गया कदम न केवल आपके वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करेगा, बल्कि आपको जीवन में सफल होने के लिए भी प्रेरित करेगा। युवाओं को चाहिए कि वे अपने ज्ञान और कौशल को बढ़ाएं, ताकि वे सुरक्षित और समझदारी से निवेश कर सकें। केवल इस तरह ही वे एक धनवान और सुरक्षित भविष्य की ओर बढ़ सकते हैं।
(लेखक आर्थिक निवेश मामलों के विशेषज्ञ हैं)