सामना संवाददाता / कल्याण
बकरीद के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोगोें ने कल्याण के दुर्गाडी किला में स्थित मस्जिद में नमाज अदा की। इसके बाद शिवसेना (उद्धव बालसाहेब ठाकरे) के कार्यकर्ताओं ने भी दुर्गाडी किले में स्थित मंदिर में पूजा करने के लिए अंदर जाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने सभी को बाहर ही रोक दिया, जिसके खिलाफ शिवसेना ने घंटानाद आंदोलन किया। इस बारे में शिवसेना ने कहा कि जब तक हमें मंदिर में प्रवेश की इजाजत नहीं मिलेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। बता दें कि बकरीद के दिन कल्याण की देवी दुर्गा के दर्शन पर रोक लगा दी जाती है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के उपनेता विजय सालवी ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार को ‘डुप्लीकेट हिंदुत्ववादी’ करार देते हुए कहा कि शिंदे, जो पहले इसी आंदोलन का नेतृत्व करते थे, अब उनके प्रशासन के अधिकारी बकरी ईद के दिन हिंदुओं को मंदिर में प्रवेश से रोक रहे हैं। बता दें कि आंदोलन के दौरान शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट के पदाधिकारी और कई कार्यकर्ता तिलक चौक से दुर्गाडी मंदिर के लिए रवाना हुए, लेकिन पुलिस ने उन्हें लाल चौकी पर रोक दिया। शिवसैनिकों ने बैरिकेड पार करने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। आंदोलन में विजय सालवी, हर्षवर्धन पालांडे, सचिन बासरे, शरद पाटील समेत तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल थे।