मनमोहन सिंह
संभवत: घाटी में इस बार संसदीय चुनाव को लेकर ज्यादा उत्साह दिख रहा है। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद ३७० को हटाने के बाद खुद को वहां का खैरख्वाह समझने वाली भारतीय जनता पार्टी, जो अतीत में कश्मीर में चुनाव लड़ती रही है, ने घाटी में एक भी उम्मीदवार नहीं खड़ा किया ये बात वाकई हैरत अंगेज है। यह इसलिए भी आश्चर्यजनक है, क्योंकि पिछले पांच सालों में भाजपा ने कश्मीर में अपना आधार बढ़ाने और कश्मीर के राजनीतिक हालात को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने की हर तरकीब आजमया है।
उसने राजनीतिक दलों को तोड़ा है, इन पार्टियों के सदस्य छीने हैं और कई प्रॉक्सी समूह तैयार किए हैं। सबसे महत्वपूर्ण असाधारण रूप से क्षेत्रों का परिसीमन भाजपा को मदद करने के लिए किया गया लगता है। इन सबके बावजूद उसे कोई सीट जीतने – यहां तक कि सम्मानजनक संख्या में वोट पाने का विश्वास नहीं है, क्योंकि भाजपा को पता है कि घाटी में ही नहीं, बल्कि ‘हिंदू’ क्षेत्र जम्मू और लद्दाख में भी उसके खिलाफ बहुत आक्रोश है। यही वजह है कि भाजपा ने घाटी में प्रॉक्सी उम्मीदवारों को समर्थन करने का निर्णय लिया है। वह इतनी नर्वस है कि फिजूल के बहानों पर अनंतनाग-राजौरी क्षेत्र, जो खास भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए बनाया गया, में मतदान की तारीख में बदलाव किया गया। विडंबना तो यह है कि जम्मू-कश्मीर में २०१९ के बाद नॉर्मल्सी, सुधार और तरक्की की सच्चाई भाजपा के दावों के उलट है। भाजपा के लिए आज कश्मीर में अपने झूठ पर विश्वास कर पाना मुश्किल हो रहा है इसीलिए वह प्रॉक्सी के पीछे छिप रही है और क्षेत्रीय राजनीतिक दलों और `इंडिया’ गठबंधन के खिलाफ खुद लड़ने से मना कर रही है।
भाजपा का प्रॉक्सी वार!
जम्मू-कश्मीर के बारामूला में नामांकन दाखिल करने के बाद उमर अब्दुल्ला भाजपा की प्रॉक्सी रणनीति को आड़े हाथ लेने से नहीं चूकते। अब्दुल्ला कहते हैं कि भले ही चुनाव में भाजपा का निशान नहीं है, मगर चुनाव लड़ रही है। अनंतनाग में चुनाव पोस्टपोन कर दिया गया। मशीन पर कमल का फूल नहीं है, मगर चुपके से लोगों की मदद कर रहे हैं।
`पाकिस्तान का इस्तेमाल होता है…’
प्रधानमंत्री के द्वारा पाकिस्तान से जोड़ते हुए राहुल गांधी पर दिए गए बयान का जिक्र करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान का इस्तेमाल चुनाव में किया जाता है। ये बदकिस्मती से भाजपा की ही आदत है। जिस कांग्रेस ने देश के लिए इतनी कुर्बानियां दीं, उसके लिए प्रधानमंत्री की तरफ से इस तरह के इल्जाम शोभा नहीं देते हैं। एक नहीं, दो पूर्व पीएम को कांग्रेस ने कुर्बान किया है। कितने सारे सीनियर साथी-तमिलनाडु, पंजाब, जम्मू कश्मीर में जब-जब कांग्रेस से कुर्बानी मांगी, पार्टी ने कुर्बानी दी। कांग्रेस पर मुल्क के साथ धोखा करने के आरोप से आहत वह कहते हैं कि चुनावों में इस तरह की बातें शोभा नहीं देती।
अनंतनाग-राजौरी बढ़ी चुनाव की तारीख
जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर वोटिंग की तारीख आगे बढ़ गई है। पहले इस सीट पर तीसरे चरण यानी ७ मई को वोटिंग होनी थी, लेकिन अब चुनाव आयोग ने इसे आगे बढ़ाकर छठे चरण यानी २५ मई कर दिया है। चुनाव आयोग ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की कई राजनीतिक पार्टियों ने अनंतनाग-राजौरी सीट पर वोटिंग की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की थी। मांग जम्मू-कश्मीर भाजपा के अध्यक्ष रविंदर रैना, जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी और पीपुल्स कॉन्प्रâेंस के नेता इमरान अंसारी ने भी की थी। चुनाव आयोग ने तारीख आगे बढ़ाने के लिए खराब मौसम के कारण लॉजिस्टिकल इशू का हवाला भी दिया है।