विक्रम सिंह / सुल्तानपुर
उत्तराखंड एस सी आर टी के राज्य समन्वयक, नियोजन, डॉ अजय कुमार चौरसिया तथा वरिष्ठ एवं राष्ट्रीय साहित्यकार डॉ. रजनीकांत शुक्ला की अध्यक्षता में हरिद्वार में राष्ट्रीय शैक्षिक समागम, कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश एवं कई राज्यों से शिक्षक, लेखक शामिल हुए। इस आयोजन में यूपी के सुल्तानपुर जिले की बेसिक शिक्षा परिषद में कार्यरत शिक्षिका अनुपम शुक्ला को विगत वर्षों से अनवरत योगदान और उत्कृष्ट लेखन तथा उपलब्धियों को देखते हुए अनुपम शुक्ला को प्रशस्ति पत्र और शील्ड तथा उनके द्वारा स्वरचित लेखन के कार्य का विमोचन करते हुए उन्हें शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में सम्मानित किया गया ।
हिंदी साहित्य के अनमोल मोती, सम्पादक-मनीष देव, सह सम्पादक- अमिता सचदेव, स्वालंबन (तृतीय संस्करण) संपादक-मनीष देव, सह सम्पादक- डॉ. अनिल चौबे, डॉ. रजनी रंजन जायसवाल, हरि मंजरी, सम्पादक-रीना गुप्ता की महत्वपूर्ण पुस्तकों का विमोचन भी हुआ। अतिथि के रूप में साहित्यकार रजनीकांत शुक्ल, रमेश रमन, भूदत्त शर्मा आदि की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में 10 राज्य शिक्षक पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों द्वारा पुरस्कार के संदर्भ में विशेष सत्र एवं उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संयोजन सृजन अंतरराष्ट्रीय कला, साहित्य, संस्कृति न्यास अयोध्या के राष्ट्रीय संयोजक मनीष देव के नेतृत्व में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में संतोष कुमार, पंकज आर्या, सुरेश कुमार, प्रकाश पाठक जिला संयोजक,सृजन अयोध्या, मांडवी सिंह, सरिता तिवारी, अनुराधा बब्बर, आशीष कुमार आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा। सभी पुस्तकों में कुल 132 शिक्षकों के लेख-शोध पत्र- गीत आदि संकलित किए गए हैं।
कार्यक्रम में “सृजन” की झारखंड राज्य की प्रदेश संयोजक पूनमलता की पुस्तक हिंदी साहित्य के बदलते परिदृश्य, ऋण शोध एवं “सृजन” की उत्तराखंड राज्य की प्रदेश संयोजक मीना रवि की पुस्तक माता-पिता का आशीर्वाद का भी विमोचन हुआ। “सृजन” अंतरराष्ट्रीय कला, साहित्य, संस्कृति न्यास अंतर्गत कई प्रदेशों में प्रदेश संयोजक एवं उत्तर प्रदेश में जिला संयोजक, सह-संयोजक का मनोनयन हो चुका है, एवं प्रक्रिया जारी है। वर्ष 2025 में अयोध्या में इस कार्यक्रम को और वृहद रूप में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन पंकज आर्य द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में सभी को धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम का समापन किया गया।