•अतीक का सुल्तानपुर कनेक्शन!
•कारोबारी मोहित को अगवाकर अतीक के पास देवरिया जेल ले जाने के आरोप में वर्षों से जेल में है गुलाम मुइनुद्दीन ‘पप्पू’
विक्रम सिंह / सुल्तानपुर। यूं तो माफिया अतीक का नेटवर्क करीब-करीब यूपी के हरेक जिले तक फैला हुआ था लेकिन अवध एवं पूर्वांचल में इसकी जड़ें काफी गहरी थीं। सुल्तानपुर में भी उसके करीबियों की तादाद कम नहीं है। सुल्तानपुर शहर से सटा हुआ गांव है घरहां। पप्पू के नाम से मशहूर यहीं का गुलाम मुइनुद्दीन सिद्दीकी २०१४ में सुल्तानपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने की चाहत लेकर प्रयागराज से सैकड़ों गाड़ियों पर अतीक के साथ असलहाधारियों का लंबा लश्कर देख प्रभावित हो गया। लोग बताते हैं कि पप्पू ने न सिर्फ सपा कार्यालय के सामने स्थित अपने रेस्टोरेंट से अतीक की टीम को फ्री में लंच और नाश्ता कराया बल्कि फोटो भी खूब खिंचवाई। हालांकि बाद में सपा के भीतर विरोध हो जाने के कारण अतीक को हाईकमान ने इरादा बदल चुनाव लड़ने श्रावस्ती भेज दिया। ..लेकिन इधर अतीक का भौकाल देखकर पप्पू ने सुपर मार्केट का अपना जमा जमाया रेस्टोरेंट बंद कर डाला और उसके नेटवर्क में शामिल होकर उसका एतबार जीतने में लग गया। अतीक के गुर्गों और उसके बेटे उमर से भी उसके करीबी ताल्लुकात बन गए। इधर जब अतीक ने अलग-अलग क्षेत्रों से विधानसभा व लोकसभा के चुनाव लड़े तो भी पप्पू उसका खास कारिंदा रहा। उसने अतीक और उमर के साथ अपने चुनावी बैनर और पोस्टर भी छपवाए। वाहवाही के लिए इन्हें वो अपने फेसबुक पर भी पोस्ट करता रहा। कुछ ही दिनों के भीतर लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक उसने जमीन खरीद-फरोख्त व प्लॉटिंग भी शुरू कर दी।
…मोहित जायसवाल की जेल में पिटाई मामले में चढ़ा पुलिस के हत्थे !
पप्पू (गुलाम मुइनुद्दीन) पहली बार चर्चा में आया २६ दिसंबर, 2018 को घटित लखनऊ के कारोबारी मोहित जायसवाल की अगवा कर देवरिया जेल में अतीक के सामने पिटाई के मामले से। वारदात कुछ यूं हुई थी। अतीक ४ अप्रैल, २०१७ को नैनी जेल से देवरिया जेल भेजा गया था। वो बैरक नंबर ७ में था। २६ दिसंबर,१८ को लखनऊ के रियल स्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल को कार समेत अतीक के गुर्गों आलमगीर, मुख्तार, बरकत व गुलाम मुइनुद्दीन आदि द्वारा अगवा कर देवरिया जेल ले जाया जाता है। जहां अतीक की बैरक में उसकी जमकर पिटाई होती है। साथ ही ४५ करोड़ की संपत्ति हथियाने के लिए कारोबारी से जबरन स्टाम्प पर दस्तखत करा लिए जाते हैं। साथ ही उसकी लक्जरी कार भी अतीक के गुर्गे हड़प लेते हैं। इस मामले में पीड़ित कारोबारी ने लखनऊ के कृष्णानगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। बाद में पुलिस जांच में पुष्टि हुई कि गुलाम मुइनुद्दीन पप्पू ने मोहित को अगवा करने में सक्रिय भूमिका निभाई। पुलिस ने उसे कुछ ही दिनों के भीतर गोमतीनगर स्थित उसके आवास से दबोच लिया। वारदात में प्रयुक्त उसकी लक्जरी कार भी बरामद कर ली गई। सीबीआई जांच में चार्जशीट फाइल होने के बाद अब केस ट्रायल में है। इधर पप्पू लगातार जेल की सीखचों के पीछे है।