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सुप्रिया सुले की हैट्रिक तय! …बारामती के मतदाताओं का शरद पवार को समर्थन

धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
महाराष्ट्र में राजनीतिक समीकरण बदलते जा रहा है। एक समय जिस बारामती में शरद पवार और अजीत पवार एक साथ चुनाव लड़ते थे। उसी बारामती में दोनों नेता चुनावी मैदान में कूद पड़े हैं। राकांपा में फूट पड़ने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की प्रत्याशी सुप्रिया सुले और अजीत पवार गुट की उम्मीदवार सुनेत्रा पवार पहली बार आमने-सामने खड़ी हैं। ऐसे में बारामती में ननद-भाभी के बीच चल रही कांटे की टक्कर पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं। ऐसे में कहा जा रहा है जहां पवार की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है, तो वहीं संभावना है कि एक बार फिर सुप्रिया सुले हैट्रिक मार सकती हैं।
उल्लेखनीय है कि बारामती लोकसभा सीट पर होनेवाले चुनाव को राज्य में सबसे प्रतिष्ठित मुकाबले के तौर पर देखा जा रहा है। बारामती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र महाराष्ट्र के पुणे जिले में है। इसे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का सबसे बड़ा गढ़ माना जाता रहा है। पिछले ३५ साल से इस जगह पर पवार परिवार का कब्जा है। बारामती सीट पर पवार परिवार ने १० बार जीत हासिल की है। बारामती लोकसभा क्षेत्र पर १९९६ से ही पवार का दबदबा रहा है। इस सीट से शरद पवार चार बार, उनकी बेटी तीन बार सांसद रही हैं। फिलहाल वर्तमान में सुप्रिया सुले इस सीट से सांसद हैं।
इस तरह रहे हैं बारामती
लोकसभा चुनाव के नतीजे
साल २००४ के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने बारामती से जीत हासिल की, उन्हें कुल ६,३४,५५५ वोट मिले। फिर साल २००९ के लोकसभा चुनाव में शरद पवार ने इस सीट से अपनी बेटी सुप्रिया सुले को उम्मीदवार बनाया। उस समय सुप्रिया सुले ने कुल ४,८७,८२७ वोट पाकर बारामती सीट से जीत हासिल की। साल २०१४ के लोकसभा चुनाव में राकांपा नेता सुप्रिया सुले ने इस सीट पर दूसरी बार ५,२१,५६२ वोट पाकर जीत हासिल की थी। इसके बाद साल २०१९ के लोकसभा चुनाव में सुप्रिया सुले ने १,५५,७७४ वोटों के अंतर से लगातार तीसरी बार जीत हासिल की, उन्हें ६,८६,७१४ वोट मिले थे।
अब २०२४ के नतीजे पर फोकस
फिलहाल इस समय भी सभी की निगाहें बारामती लोकसभा चुनाव २०२४ के नतीजे पर हैं। २०२४ के लोकसभा चुनाव में ये लड़ाई दिलचस्प हो गई है, क्योंकि कभी साथ मिलकर लड़ने वाली राकांपा अब अलग होकर दो गुटों में बंट गई है। भाई अजीत पवार ने कभी सुप्रिया सुले के लिए प्रचार किया था और आज वे ही उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट से शरद पवार ने सुप्रिया सुले को उम्मीदवार बनाया है, वहीं अजीत पवार ने भी अपनी पत्नी को उम्मीदवार बनाया है। इस चुनाव में सुप्रिया सुले का सीधा मुकाबला अपनी भाभी सुनेत्रा पवार से है। ऐसे में अब चार जून को स्पष्ट हो जाएगा कि किसका जादू चला है। फिलहाल अभी तक यही कहा जा रहा है कि सुप्रिया सुले ही जीत की हैट्रिक लगाएंगी।

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