एक तरफ सूर्यकुमार यादव यानी सूर्या अपनी लीडरशिप में टीम इंडिया को लगातार जीत दिला रहे हैं। दूसरी तरफ इस जीत के बावजूद टीम इंडिया के पैंâस के लिए एक टेंशन पीछा नहीं छोड़ रही है। जहां भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव का फॉर्म सबसे बड़ी चिंता का विषय बन गया है। कोलकाता में कप्तान के बल्ले से एक बार फिर से निराशा हाथ लगी और वो खाता तक नहीं खोल सके। टी-२० इंटरनेशनल क्रिकेट में इस स्टार बल्लेबाज ने जब से कदम रखा है, उसके बाद से उनके बल्ले से रनों का सैलाब देखने को मिलता रहा है। उन्होंने अपनी खतरनाक बल्लेबाजी से एक तरह से वर्ल्ड क्रिकेट में खुद को टी-२० के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया था। लेकिन सूर्या कप्तानी मिलने के बाद लगातार फ्लॉप होते जा रहे हैं। लगता है कि वो कप्तानी के बोझ तले दब से गए हैं। ये बात हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि उनके आंकड़े इस तरफ इशारा कर रहे हैं। उन्होंने टीम इंडिया में कप्तानी के बगैर ६१ मैच खेले हैं। इन मैचों में वो ४३.४० की प्रभावशाली औसत से २०४० रन बनाने में सफल रहे हैं, साथ ही ३ शतक भी लगाए हैं। हालांकि, उन्होंने कप्तान के तौर पर अब तक १८ मैचों में ३१.१७ की औसत से ५३० रन बनाए हैं। आंकड़ों से साफ हो रहा है कि सूर्यकुमार के प्रदर्शन में कप्तानी के कारण गिरावट देखी गई है।