सामना संवाददाता / मुंबई
स्वामी विवेकानंद युवा कनेक्ट मैराथन के ९वें संस्करण में ४,००० से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जो विभिन्न श्रेणियों में आयोजित की गई थीं, जिनमें १० किमी, ५ किमी और २ किमी की दौड़ शामिल है। इस आयोजन ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया और मुंबई की खेल संस्कृति को और भी सशक्त किया।
विवेकानंद युवा कनेक्ट फाउंडेशन द्वारा स्वामी विवेकानंद रनर्स अवार्ड मुंबई २०२४ की घोषणा भी की गई, जिसमें ‘हैप्पी फीट चैंपियन क्लब’ के कोच अमित कुमार को बेस्ट कोच ऑफ द ईयर अवॉर्ड से नवाजा गया।
अमित कुमार का मानना है कि दौड़ ही उनके लिए एक जुनून है और यही जुनून वह अपनी कोचिंग में दूसरे धावकों में पैदा करते हैं। इस जुनून भरी कोचिंग की वजह से साल दर साल कॉमरेड्स रनर्स की तादाद बढ़ती जा रही है और इस साल उन्होंने ४५ से अधिक लोगों को कॉमरेड्स मैराथन पूरी कराने का लक्ष्य रखा है। अमित कुमार एक भारतीय खेल प्राधिकरण स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और ऑस्ट्रेलिया ट्रेनिंग एसोसिएशन के कोच भी हैं, वे मैराथन ट्रेनिंग करवाते हैं, जिसका नई मुंबई और ठाणे में बैचेस चलता है। इसके साथ ही वे मैराथन और अल्ट्रा रनिंग की तैयारी भी करवाते हैं। कोच अमित कुमार खुद भी एक रनर हैं। वे अभी तक ६३ फुल मैराथन में भाग ले चुके हैं और ५ बार कॉमरेड मैराथन फिनिश कर चुके हैं।
बता दें कि कॉमरेड्स मैराथन, जो दक्षिण अप्रâीका के डरबन शहर में आयोजित होती है, दुनिया की सबसे पुरानी, लंबी और कठिन मैराथन है। ऐसे कठिन और चुनौतीपूर्ण मैराथन में लोगों को प्रोत्साहित करना और उन्हें पूरा करवाना एक सराहनीय और जिम्मेदारी भरा कार्य है।