उमेश गुप्ता / वाराणसी
अपने विवादों से सुर्खियों में रहनेवाले समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा साधु-संतों की तुलना आतंकवादियों से किए जानेवाले बयान के खिलाफ काशी के संतो में आक्रोश का माहौल है। वाराणसी के अस्सी स्थित डुमराबाग कॉलोनी स्थित काशी सुमेरू पीठ के पीठाधीश्वर शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर आपत्ति जताते हुए सरकार से सवामी प्रसाद मौर्य के ऊपर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करवाने की मांग की है।
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्या के बयान को लेकर बुधवार को संत समाज द्वारा बुद्धि शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। काशी सुमेरूपीठ आश्रम पहुंचे साधु-संतों द्वारा एक सभा का आयोजन किया। इस दौरान दर्जनों की संख्या में साधु-संत मौजूद रहे। साधु संतों के इस बैठक में स्वामी प्रसाद मौर्या दिए गए बयान पर संतों द्वारा नाराजगी जताई गई। बैठक के उपरांत देश में शांति के लिए महामृत्युंजय मंत्र का पाठ और यज्ञ का आयोजन किया गया। पीठ के पीठाधीश्वर शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि काशी में साधु-संतों की बैठक का आयोजन किया गया। उसके उपरांत यहां महामृत्युंजय मंत्र का पाठ किया गया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्र का विकास, उत्कर्ष, भारत विजयी हो और प्रदेश के नेताओं के बुद्धि के लिए शुद्धि-बुध्दि यज्ञ का आयोजन किया।
स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बहुत से ऐसे राजनीतिज्ञ लोग हैं जो विवादित बयान देकर माहौल खराब करना चाहते हैं। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उनका दिमागी संतुलन ठीक नहीं है। कभी राम चरित मानस पर तो कभी संत समाज को लेकर उटपटांग बयान देते रहते हैं। ऐसे आदमी पर राष्ट्रदोह का मुकदमा दर्ज कर जेल में भेज देना चाहिए। ऐसे व्यक्ति बाहर रहेंगे तो अनर्गल प्रलाप करेंगे। इनको देश की शांति हजम नहीं हो रहा। उन्होंने आगे कहा कि कहा कि वह १० बार और जन्म लेंगे तब इनको सनातन समझ में आएगा।