अजय भट्टाचार्य
राजनीति के हिसाब-किताब का अपना अलग ही गणित होता है। इस गणित का जोड़-घटाव भी अलग-अलग होता है। जैसे बिहार में चुने गए एक सांसद ने सार्वजनिक तौर पर कह दिया था कि मैं मुसलमानों का काम नहीं करूंगा, क्योंकि उन्हें लगता था कि मुसलमानों ने उन्हें वोट नहीं दिए थे। इधर गुजरात की जूनागढ़ लोकसभा सीट पर लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने के बाद भाजपा सांसद राजेश चुडासमा ने कथित तौर पर १९ जून को एक सभा में कहा था कि ‘भाजपा चाहे हिसाब करे या न करे’, वह उन लोगों को नहीं छोड़ेगी जिन्होंने, पिछले पांच सालों में उन्हें परेशान किया है। जाहिर है चुडासमा अपनी ही पार्टी के उन लोगों पर निशाना साध रहे थे, जिन्होंने चुनाव के दौरान प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से चुडासमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। उनके इस बयान के बाद गीर सोमनाथ के वेरावल कस्बे में बिल्डर और स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता राकेश देवानी ने पुलिस में एक आवेदन दायर किया था, जिसमें उन्हें डर था कि चुडासमा की टिप्पणी उनके लिए थी, क्योंकि उन्होंने चुनावों में चुडासमा को वोट न देने की सार्वजनिक अपील की थी। अब इस कहानी में नया मोड यह है कि बीते सोमवार को गीर सोमनाथ में कांग्रेस की एक बैठक में, पार्टी के वरिष्ठ नेता पुंजा वंश ने सुझाव दिया कि चुडासमा की टिप्पणी उनके लिए थी और वह भाजपा सांसद की पसंद के समय और स्थान पर ‘किसी भी तरह के हिसाब’ के लिए तैयार हैं। हालांकि, पुंजा ने कोई पुलिस शिकायत वगैरह दर्ज नहीं कराई है, मगर पुंजा ने ऐसा क्या लिया कि चुडासमा उनके बारे में ही बयान दे रहे थे। जो लोग उड़ता तीर का मुहावरा जानते हैं, उनके लिए भी यह समझना मुश्किल हो रहा है कि चुडासमा के बयान को अपने लिए उड़ता तीर किसने बनाया? देवानी ने या पुंजा ने! समय का इंतजार करिए।
किसका अभिषेक
राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की भक्ति की चर्चाएं अक्सर होती रहती हैं। कभी वे श्रीकृष्ण का रूप धारण कर लेते हैं तो कभी भोलेनाथ का। इस बार सावन से पहले तेज प्रताप यादव का एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें उनकी शिव भक्ति का अनोखा अंदाज दिखाई दे रहा है। राजद नेता और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने एक्स पर एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में तेज प्रताप शिवलिंग से लिपटे नजर आ रहे हैं। इस दौरान मंदिर के पुजारी दूध और भांग से स्नान करा रहे हैं। साथ ही मंत्रों का भी जाप हो रहा है। इसके बाद तेज प्रताप यादव ने शिवलिंग को हाथ जोड़कर प्रणाम किया। तेज प्रताप शिवलिंग से लिपटे नजर आ रहे हैं और पुजारी कभी दूध तो कभी भांग तो कभी जल चढ़ाते नजर आ रहे हैं। महंत की ओर से ये सब चीजें राजद नेता के ऊपर गिराई जा रही थीं। वीडियो के अंत में तेज प्रताप ने पुजारी का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इस दौरान मंदिर में हर-हर महादेव के जयकारे लग रहे हैं। राजद नेता ने वीडियो के साथ लिखा कि महादेव परम सत्य के प्रतीक हैं। महादेव को गले लगाना अपने आप में सबसे गहरे, सबसे गहन पहलुओं को गले लगाना है। अराजकता के बीच शांति पाना ही महादेव को पाना है। हर हर महादेव तेज प्रताप यादव ने एक्स पर राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव को टैग किया। वीडियो को देखने पर यह तय करना मुश्किल है कि अभिषेक शिव का हो रहा था या तेज प्रताप का? अगर शिव का अभिषेक हो रहा था तो तेज प्रताप को नाग बनकर शिवलिंग से लिपटना जरूरी था क्या!
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और देश की कई प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में इनके स्तंभ प्रकाशित होते हैं।)