अजय भट्टाचार्य
उड़ीसा में भाजपा का एक और विकेट गिर गया है। प्रदेश उपाध्यक्ष लेखाश्री सामंतसिंघर कल पार्टी से इस्तीफा देकर नवीन पटनायक की बीजू जनता दल में शामिल हो गईं। वे बालासोर से पार्टी की चुनाव उम्मीदवार हो सकती हैं। भृगु बक्शीपात्रा के बाद लेखाश्री भाजपा ओडिशा की दूसरी उपाध्यक्ष हैं, जिन्होंने लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले भाजपा को झटका दिया और दूसरी पार्टी में जाकर टिकट हासिल किया। ओडिशा भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल को संबोधित अपने इस्तीफे में लेखाश्री ने पार्टी नेतृत्व का विश्वास हासिल करने में अपनी विफलता को इस्तीफा देने का प्राथमिक कारण बताते हुए लिखा कि मैंने पिछले १० वर्षों से पार्टी के लिए अपना खून-पसीना बहाया है। पूरी ईमानदारी और कड़ी मेहनत के बावजूद, मैं नेतृत्व का विश्वास हासिल नहीं कर सकी इसलिए मुझे लगता है कि मेरे पास करने के लिए कुछ भी नहीं बचा है। ओडिशा के लोगों की सेवा करने की मेरी इच्छा बाधित हो रही है इसलिए इस्तीफा दिया। लेखाश्री रविवार को पार्टी सांसद मानस मंगराज और सस्मित पात्रा की मौजूदगी में बीजद में शामिल हुईं। बीजद ने अभी तक बालासोर लोकसभा सीट के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, जिससे लेखाश्री की संभावित उम्मीदवारी के बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं। राजनीति में महिलाओं के प्रतिनिधित्व पर जोर देने के लिए जानी जाने वाली बीजद ने २०१९ के लोकसभा चुनाव में २१ में से ७ महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था। पार्टी ने आगामी चुनाव के लिए अब तक केवल ६ महिला उम्मीदवारों को नामांकित किया है।
रजवाड़े भी नाराज
गुजरात में रजवाड़ों पर टिप्पणी करना केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला को भारी पड़ रहा है। क्षत्रिय समाज ने रूपाला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस मामले में श्री राजपूत करणी सेना भी कूद गई है। राजकोट से भाजपा उम्मीदवार परषोत्तम रूपाला के बयान को लेकर गुजरात में रूपाला के खिलाफ क्षत्रिय समाज एकजुट हो गया है और उन्होंने राजकोट से किसी अन्य उम्मीदवार को टिकट देने की मांग की है। इस बीच क्षत्रिय समाज की सात महिलाओं ने जौहर करने का एलान किया है। इस मामले में रूपाला का विरोध कर रहे क्षत्रिय समाज के लोगों से मिलने के लिए करणी सेना के मुखिया महिपाल सिंह मकराना जा रहे थे, लेकिन अमदाबाद में पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। रूपाला ने राजकोट में सार्वजनिक सभा में कहा था कि तत्कालीन महाराजाओं का अंग्रेजों और विदेशी शासकों के साथ रोटी-बेटी का संबंध था। उन्होंने उनके आगे घुटने टेक दिए थे। रूपाला के इस बयान से क्षत्रिय समाज नाराज है।
खुशी में
मध्य प्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट से विपक्षी इंडिया गठबंधन से सपा की उम्मीदवार मीरा यादव का परचा खारिज होने के बाद भाजपा उम्मीदवार व प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को लगा कि अब उनके सामने कोई मजबूत प्रत्याशी नहीं बचा है। भाजपा नेतृत्व खुशियां मना ही रहा था कि उसमें फच्चर लग गया है। खबर है कि फॉरवर्ड ब्लाक प्रत्याशी पूर्व आईएएस आरबी प्रजापति की वरिष्ठ कांग्रेस नेता जीतू पटवारी से हुई गुटरगूं से भाजपा के पसीने छूट रहे हैं। बंद कमरे में हुई बातचीत के बाद प्रजापति ने आरोप लगाया है कि भाजपा उन पर नामांकन फॉर्म वापस लेने का दबाव बना रही है। पटवारी ने कहा कि खजुराहो से इंडिया गठबंधन का उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा। हम किस प्रत्याशी को समर्थन देंगे, जिसका समय आने पर एलान कर दिया जाएगा। पटवारी ने यह भी कहा कि हम किसी निर्दलीय को नहीं, बल्कि किसी पार्टी को समर्थन देंगे। मीरा यादव का नामांकन रद्द होने के बाद जीतू पटवारी व आरबी प्रजापति की मुलाकात से माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन प्रजापति को समर्थन दे सकता है। वह निर्दलीय भी नहीं हैं तो कांग्रेस की उस शर्त को भी पूरा करते हैं। प्रजापति ने भारतीय निर्वाचन आयोग से भी इस बात की शिकायत की है कि भाजपा की ओर से उन पर नामांकन वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। इस सीट पर मौजूदा सांसद व प्रत्याशी वीडी शर्मा के सामने सबसे बड़ी चुनौती मीरा यादव को ही माना जा रहा था। लेकिन मीरा का नामांकन खारिज होने के बाद यह लगभग तय हो गया था कि यह सीट एक बार फिर भाजपा के खाते में ही जानी है। अगर इंडिया गठबंधन प्रजापति को समर्थन दे देता है तो एक तरह से उनकी दावेदारी कहीं न कहीं मजबूत होगी।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)