अजय भट्टाचार्य
केंद्रीय सत्ता के गलियारों में खबर फैली हुई है कि महाराष्ट्र भाजपा के बड़के नेता के लिए एक बंगला आवंटित किया गया है। एक और बड़के नेता, जो पहले से ही दिल्ली में मंत्री हैं, उन्हें महाराष्ट्र पर ध्यान देने के निर्देश हाईकमान ने दिए हैं। खबर के पीछे की खबर यह है कि विधानसभा चुनावों के बाद नए राष्ट्रिय अध्यक्ष की ताजपोशी होनी है और सुपर हाईकमान को नड्डा जैसा ही नेता चाहिए, जिसे अमित शाह हाथ पकड़ कर पीछे कर सकें, ताकि अवतारीपुरुष के सामने लगे कैमरे के फ्रेम से बाहर ही रहें। यह खबर महाराष्ट्र आते ही ‘देवा भाऊ’ वीडियो-ऑडियो लॉन्च किए जाने के मायने तलाश किए जा रहे हैं। लगता है भाऊ को दिल्ली के बंगले में रहने से ज्यादा सागर किनारे रहना ज्यादा फायदेमंद लग रहा है। उधर, खानदेश वाले ‘भाऊ’ को अभी तक पार्टी में पुर्नप्रवेश का इंतजार है। एक साथ दो भाऊ रह नहीं सकते, इसलिए दिल्ली वाला बंगला तैयार किया जा रहा है।
शैलजा फायदे में
हरियाणा कांग्रेस की नेता कुमारी शैलजा को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भाजपा में आने का न्योता देकर दलित वोटों को साधने का दांव चला। पार्टी के प्रधान प्रचारक और अमित शाह ने दलितों के अपमान का मुद्दा उठाकर शैलजा के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा, लेकिन शैलजा के नाम पर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करनेवाली भाजपा को कुछ हाथ नहीं लगा है, बल्कि शैलजा को इसका फायदा हो गया है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की शैलजा से मुलाकात के बाद उनका पक्ष मजबूत हुआ है। कम से कम हरियाणा में शैलजा को अब कोई नजरंदाज नहीं कर पाएगा। शैलजा अब जब प्रचार में उतरेंगी तो उनके पास पार्टी नेतृत्व का वादा और भरोसा भी होगा। शैलजा २६ सितंबर से चुनाव प्रचार में फिर उतरेंगी। हरियाणा में भाजपा की कोशिश कांग्रेस के जाट और दलित समीकरण में सेंध लगाने की थी, लेकिन शैलजा ने कहकर भाजपा की हवा निकाल दी कि उनका राजनीतिक अनुभव भाजपा के कई नेताओं से ज्यादा है इसलिए उनको नसीहत देने की जरूरत नहीं है।
हनी ट्रैप पर चुप्पी
गुजरात पुलिस में चर्चा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बावजूद हनी ट्रैप मामले को सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया। अफवाहों के अनुसार, हनी ट्रैप का शिकार एक खास जाति के एक प्रमुख राजनेता का बेटा है। जांच के दौरान ऐसी खबरें हैं कि राजनेता के बेटे के हनी ट्रैप में शामिल तीनों ने अन्य व्यक्तियों को भी निशाना बनाया, जिसमें एक उच्च पद पर बैठे व्यक्ति का बेटा भी शामिल है। जांचकर्ताओं का कहना है कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति पेशेवर हनी ट्रैपर नहीं हैं और यह घटना एक बार की है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा
व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)