अजय भट्टाचार्य
अभी दस दिन नहीं बीते हैं, जब दिल्ली में भाजपा नीत राजग की बैठक में चाचा पशुपति कुमार पारस के चरण छूते हुए चिराग पासवान की तस्वीरें वायरल हुई थीं और यह कहा जा रहा था कि चाचा-भतीजे में सुलह हो गई है। अभी चरण स्पर्श और गले मिलते चाचा-भतीजे की तस्वीरें लोगों के जेहन से धूमिल भी नहीं हुई हैं। हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर रामविलास पासवान के छोटे भाई पशुपति पारस ने चिराग पासवान पर जमकर निशाना साधा है। पारस ने अपने भतीजे चिराग पासवान को चुनावी मेंढक कहते हुए कहा कि चुनाव का समय है इसलिए बरसाती मेंढक की तरह कई लोग सामने आ गए हैं और दावा कर रहे हैं कि हाजीपुर सीट पर उनका अधिकार बनता है। मैं आप लोगों को साफ कर देता हूं कि हाजीपुर सीट मेरा है और २०२४ के लोकसभा चुनाव में मैं हाजीपुर से चुनाव लड़ने जा रहा हूं। मैं यह भी कह देता हूं कि मैं एनडीए की टिकट पर चुनाव लड़ने जा रहा हूं और दुनिया की कोई ताकत मुझे चुनाव जीतने से नहीं रोक सकती है। लेकिन मैं आप लोगों को साफ कर देता हूं कि न तो मुझे राज्यसभा जाना है और न ही गवर्नर बनना है। पशुपति पारस ने कहा कि हम एनडीए का घटक दल हैं न कि चिराग पासवान। अभी तक चिराग एनडीए में विधिवत शामिल नहीं हुए हैं। चिराग पासवान न तो नीतिश का विरोध करते हैं और न ही लालू तेजस्वी का।
मणिपुर सरकार हिंसा में शामिल
मणिपुर हिंसा को लेकर मचे घमासान के बीच मणिपुर से भाजपा विधायक पाओलीनलाल हाओकिप ने घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि उन ७९ दिनों के बारे में भूल जाइए, इतनी बड़ी हिंसा के लिए एक सप्ताह (प्रतिक्रिया देने के लिए) भी बहुत लंबा समय होता है। कुकी-जोमी समुदाय से आनेवाले पाओलीनलाल का मानना है कि मोदी की प्राथमिकताएं पूरी तरह से गलत हैं। एक मीडिया हाउस को दिए एक इंटरव्यू में पाओलीनलाल ने कहा, ‘इंटरनेशनल रिलेशन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, लेकिन जहां पर लोग मारे जा रहे हैं उस मामले को सुलझाने पर ध्यान देना चाहिए। मानवता यही है, जिसकी कमी है। मैंने जनता के प्रतिनिधि के रूप में प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। मैं अभी भी स्थिति की गंभीरता से अवगत कराने के मौके का इंतजार कर रहा है।’ हाओकिप उन १० कुकी विधायकों में शामिल हैं, जिन्होंने एक पत्र में एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर आदिवासी समूह की ‘रक्षा करने में गंभीर विफलता’ का आरोप लगाते हुए एक ‘अलग प्रशासन’ की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि चिन-कुकी-मिजो-जोमी पहाड़ी आदिवासियों के खिलाफ मणिपुर की मौजूदा सरकार मौन रूप से समर्थन कर रही है।
ठगों को मोदी का सहारा
देश के न भूतो न भविष्यति प्रधानसेवक के नाम से कोई कश्मीर में जेड प्लस सुरक्षा में घूम आता है तो कोई पीएमओ नाम का वाई-फाई बनाकर लोगों को चूना लगा देता है। मतलब, प्रधानसेवक के नाम पर आसानी से फर्जीवाड़े की दुकान चलाई जा सकती है। इंदौर की बाणगंगा पुलिस ऐसे ही एक ठग की तलाश कर रही है, जो खुद को प्रधानमंत्री का दोस्त बताकर लोगों को चूना लगाता था। करोल बाग के रहनेवाले फरियादी जय प्रकाश सिंह सेंगर ने आरोपी संध्या दीप केयर फाउंडेशन के मालिक डॉक्टर रविंद्र पिल्लई के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। आरोपी ने उसे अपने झांसे में लेकर एनजीओ के नाम पर २ लाख रुपए से अधिक निवेश करा लिया और उसे यह भी कहा कि १० साल में यह १६ करोड़ रुपए हो जाएंगे। आरोपी इतना शातिर था कि उसने बच्चों की स्कॉलरशिप और मकान देने का भी फरियादी को झांसा दिया, जिसके बाद फरियादी से एक बार डेढ़ लाख और उसके बाद ८० हजार जमा करा लिया। जब फरियादी को लंबे समय तक कोई रकम वापस नहीं मिली तो उसने पुलिस की शरण ली, पुलिस द्वारा धारा ४२० सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल, आरोपी फरार है। बताया जा रहा है कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद इस बात का भी खुलासा होगा कि उसने और किस-किस से पैसे इन्वेस्ट कराए हैं।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)