अजय भट्टाचार्य
बिहार सरकार में पर्यावरण मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव बीते सप्ताहांत की शाम अपने पिता के साथ डिनर करने पटना के एक होटल पहुंचे। पिता लालू यादव के साथ डिनर की फोटो, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर करते हुए तेजप्रताप ने लिखा, ‘आज अपने पिता आदरणीय श्री लालू यादव जी के साथ रात्रि भोजन पर पटना के घुमर होटल में राजस्थानी थाली का आनंद लेने पहुंचे।’ शेयर फोटो में तेज प्रताप यादव जहां बाकायदा कुर्ते में नजर आ रहे हैं, वहीं लालू यादव लोअर और ब्लैक टीशर्ट में नजर आ रहे हैं। होटल में बैठे पिता-पुत्र दोनों के सामने दो बड़ी राजस्थानी थाली नजर आ रही है। हालांकि, उसमें भोजन नहीं परोसा गया है। पिता के साथ बैठे तेज प्रताप यादव काफी उत्साहित दिखाई दिए। इस पर लालू के प्रेमियों ने उन्हें सलाह दी है कि बाहर के खाने से बचें। आपकी किडनी का ऑपरेशन हुआ है इसलिए आपको खाने-पीने के मामले में सावधानी बरतनी चाहिए।
बिहार में मध्यावधि की आहट
बिहार में समय से पहले विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। रामगुलाम जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतिश कुमार और तेजस्वी यादव सहित बिहार सरकार के कई मंत्री श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। इसी बीच पत्रकारों ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा कि अमित शाह के दो दिन पहले किए गए दावे कि समय से पहले बिहार विधानसभा का चुनाव हो सकता है, पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने कहा कि हम लोग भी तैयार हैं और हम तो पहले से ही कह रहे हैं कि भाजपा वाले कभी भी लोकसभा और विधानसभा का चुनाव करवा सकते हैं इसलिए हम लोगों को तैयार रहना चाहिए। उन्होंने एक बार फिर कहा कि इंडिया गठबंधन मजबूती से काम कर रहा है। इंडिया गठबंधन में कहीं कोई दिक्कत नहीं है। हम सब लोग एक हैं। अमित शाह के बिहार सरकार पर सवाल के जवाब में नीतिश कुमार ने कहा कि हमने बिहार में जो काम किया है वे सभी जानते हैं। मीडिया की स्वतंत्रता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मीडिया आजकल स्वतंत्र नहीं है। लेकिन हम सबने कहा है कि हम सब आएंगे तो मीडिया को भी आजाद करेंगे। हमारा काम बोलता है। एक अन्य सवाल के जवाब के लिए उन्होंने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी को आगे कर दिया। तेजस्वी बोले कि इंडिया गठबंधन मजबूत है और हमलोग मीडिया को भी पूरी तरह से आजाद कराएंगे।
चैत्रा का बयानी बम
भाजपा चुनाव टिकट घोटाले की सूत्रधार महासंस्थान मठ की साध्वी चैत्रा कुंडपुरा ने नया बम फोड़ा है। चैत्रा को कर्नाटक विधानसभा चुनावों में बिंदूर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए भाजपा का टिकट दिलाने का वादा करके एक व्यवसायी को धोखा देने के आरोप में केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) पुलिस ने गिरफ्तार किया था। चैत्रा ने कहा कि `बड़े लोगों’ के नाम आएंगे। वह होस्पेट में महासंस्थान मठ के संत अभिनव हलश्री स्वामी का जिक्र कर रही थीं, जो इस मामले में आरोपी नंबर तीन हैं। शिकायतकर्ता गोविंद बाबू पुजारी ने आरोप लगाया था कि उन्होंने संत को उनके विजयनगर स्थित आवास पर १.५ करोड़ रुपए का भुगतान किया था। साधु फरार बताया जा रहा है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इस बीच गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने कहा कि पुलिस ने धोखाधड़ी के एक मामले के आधार पर चैत्रा कुंडपुरा को गिरफ्तार किया है और उनकी गिरफ्तारी का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। मामले को राजनीतिक या धार्मिक रंग देना सही नहीं है। पुलिस को मामले की जांच करने दें। उन्होंने कहा कि इंदिरा वैंâटीन के लंबित बिलों को उसकी गिरफ्तारी से जोड़नेवाले चैत्रा के दावे निराधार हैं। वैसे चैत्रा द्वारा इस मामले में ‘बड़े लोगों’ के शामिल होने के बयान के बाद कर्नाटक भाजपा के कई बड़े नेता परेशान नजर आ रहे हैं।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)