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झांकी : मिलावट का समय

अजय भट्टाचार्य

राजस्थान में बजट सत्र शुरू हो चुका है। सत्र के पहले दिन मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि आज मिलावट का समय आ चुका है। अगर हां में हां मिलाएंगे तो रिश्ते लंबे चलेंगे। हां जी के दरबार में जो लोग न जी कहेंगे तो मरेंगे। उनकी आदत हर बात पर हां कहने की नहीं है। मैं जो सच बोलता हूं, उसका दर्द मुझे भी है। मीडिया से बातचीत के दौरान मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का दर्द छलक पड़ा। उल्टा मीडिया से सवाल करते हुए कहा कि पिछले ५ साल में विपक्ष की भूमिका किसने निभाई थी? मुझे अपनी पार्टी के कार्यालय में प्रेस कॉन्प्रâेंस नहीं करने दी गई, लेकिन वे सड़क पर खड़े रहे। इसी आधार पर सत्ता में वापसी की, जब मुद्दे मरते हैं तो कहां परिणाम निकलते हैं? इसलिए मैं भी मुरझा जाता हूं, मुझे भी दुख होता है।
बघेल का खेल
मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल दिल्ली में भाजपा के लिए सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे थे। उन्हें नरेला विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई थी। सोमवार को वे नरेला जा रहे थे, तभी उन्हें पार्टी की ओर से फोन आया कि उन्हें लोकसभा सत्र में शामिल होना है, जहां राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी को बोलना था। अपने भाषण के दौरान जब गांधी ने भाजपा में ओबीसी नेताओं के बारे में कुछ टिप्पणी की तो बघेल उन मंत्रियों में शामिल थे, जिन्होंने सदन में खड़े होकर विरोध जताया। गांधी के भाषण खत्म करने के तुरंत बाद बघेल नरेला के लिए रवाना हो गए, जहां उन्होंने शाम तक प्रचार किया।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं
तथा व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)

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