मुख्यपृष्ठस्तंभझांकी : नारा चुरा लिया कवि ने की शिकायत!

झांकी : नारा चुरा लिया कवि ने की शिकायत!

अजय भट्टाचार्य

मैनपुरी में एक कवि ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को शिकायती पत्र भेजकर भाजपा के ‘अबकी बार, ४०० पार’ नारे पर विवाद खड़ा कर दिया है। कवि का आरोप है कि ये नारा उनकी २०१९ में सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई एक कविता से चोरी किया गया है। उन्होंने इस नारे पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। भोगांव थाना क्षेत्र के कमलपुर गांव निवासी कवि अवध बिहारी मिश्रा ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को शिकायत भेजी है और कहा है कि २०१९ में अपने फेसबुक अकाउंट से एक कविता पोस्ट की थी। इस कविता में उन्होंने लिखा था, ‘बिना बताए करते हो, मोदी गड़बड़ हर बार, लेकिन हम गड़बड़ नहीं करेंगे अबकी बार, ३७० और ३५ मिलकर ४०५ हुए, हां हुए तो फिर यार, २०२४ की संसद में होगी संख्या ४०० पार।’ उनका कहना है कि इसी कविता से भाजपा के आईटी सेल ने ४०० पार का नारा चुराया है। अब इसे भाजपा और प्रधानमंत्री लगातार दोहरा रहे हैं। उन्होंने इस नारे पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है। शिकायत के साथ ही उन्होंने ५ अगस्त, २०१९ को फेसबुक अकाउंट से की गई पोस्ट की प्रति भी संलग्न की है।

ज्योति निलंबित
भाजपा ने दूसरी सूची में गुजरात के लिए सात उम्मीदवारों के नामों का एलान किया था। पार्टी ने वडोदरा से तीसरी बार मौजूदा सांसद रंजनबेन भट्ट को प्रत्याशी घोषित किया है, जबकि ज्योति पंड्या खुद को इस सीट से प्रबल दावेदार मान रही थीं। सूची में रंजन भट्ट का नाम देखकर ज्योति पंड्या का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि पार्टी की ऐसी क्या मजबूरी है कि खराब परफॉर्मेंस के बाद भी रंजन भट्ट को तीसरी बार उम्मीदवार बनाना पड़ा। ज्योति पंड्या के इस बयान पर पार्टी ने सख्त कार्रवाई करते हुए प्राथमिक सदस्यता के साथ उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया। गौरतलब है कि ज्योतिबेन पंड्या पिछले २८ सालों से पार्टी से जुड़ी हुई थीं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गुजरात भाजपा अध्यक्ष सी.आर. पाटील दोनों ने ही विकास की दौड़ में पीछे रह जाने को लेकर वडोदरा के नेतृत्व पर तंज कसा था। इसके बाद भी पार्टी ने तीसरी बार रंजन भट्ट पर भरोसा जताया है।

बिहार भाजपा में हाहाकार
बिहार में नीतिश कुमार कैबिनेट विस्तार के बाद भाजपा में गुटबाजी तेज हो गई है। कई विधायक नाराज बताए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि नाराज १२ विधायकों ने अलग से बैठक भी की है। यह बैठक भाजपा विधायक राजू सिंह के सरकारी आवास पर हुई थी। विधायकों का कहना है कि सरकार बनाने में विधायकों की भूमिका होती है, लेकिन उन्हें उनके मुताबिक जगह नहीं मिली। दरभंगा के अलीनगर विधायक मिश्री लाल यादव का कहना है कि सरकार के गठन में विधायकों की भूमिका अहम होती है, लेकिन १५ में से ९ विधायकों को ही मंत्री बनाया गया है। ६ एमएलसी को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है, जिससे विधायकों में नाराजगी है। विश्वास मत के दौरान भी मिश्री लाल यादव के बगावत की बात सामने आई थी। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद भाजपा विधायक फिर से अपनी नाराजगी जता रहे हैं। बिहार मंत्रिमंडल का विस्तार १४ मार्च को हुआ, जिसमें २१ नए चेहरों के साथ कुल ३० मंत्री बनाए गए, जिसके बाद रविवार यानी १६ मार्च को नाराज विधायकों की बैठक साहेबगंज विधायक राजू सिंह के सरकारी आवास पर हुई। राजू सिंह ने नाराज विधायकों के साथ डिनर का कार्यक्रम रखा था, जिसमें कुल १२ विधायक शामिल हुए। बिहार में मंत्री पद की शपथ लेनेवालों में रेणु देवी, मंगल पांडेय, नीरज कुमार बबलू, नीतीश मिश्रा, लेशी सिंह, नितिन नवीन, दिलीप जायसवाल, संतोष सिंह, जनक राम, केदार प्रसाद गुप्ता, हरी सहनी, कृष्णनंद पासवान और सुरेंद्र मेहता शामिल हैं।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)

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