अजय भट्टाचार्य
जेपी नड्डा की भाजपा को छोड़कर बाकी सभी भाजपाइयों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जरूरत है और इसलिए १८ व १९ जनवरी को संघ के वरिष्ठ अधिकारी महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस को मिलाकर भाजपा के कुल २० मंत्रियों की क्लास लेनेवाले हैं। इस क्लास में महाराष्ट्र के मंत्रियों को बताया जाएगा कि राज्य का कामकाज वैâसे किया जाए? मंत्रियों को अपने विभागों के कौन से अहम विषयों को प्राथमिकता देनी चाहिए? लोकाभिमुख योजनाओं को वैâसे गति दी जाए? संघ परिवार की क्या अपेक्षाएं हैं? इन सभी मुद्दों पर मंत्रियों से बात की जाएगी। भाजपा ने इस बार अपना मंत्रिमंडल बनाते वक्त पार्टी के कई वरिष्ठ विधायकों को दरकिनार कर नए चेहरों को मौका दिया है। २० मंत्रियों में १० पहली बार मंत्री बने हैं। भाजपा के पास आदिवासी विकास, ग्राम विकास, उच्च शिक्षा, वन, कामगार, कौशल्य विकास और ओबीसी कल्याण विभाग हैं। इन सभी क्षेत्रों में संघ परिवार पहले से काम रहा है। हर विभाग के एजेंडे पर संघ मंत्रियों को मार्गदर्शन करेगा।
बाबू की सलाह
पिछले हफ्ते गुजरात से एक वरिष्ठ नौकरशाह और भाजपा विधायक के बीच एक मजेदार लेकिन रोचक कहानी सामने आई। विधायक सहायता के लिए अपने साथ एक रिश्तेदार को लेकर आए थे, लेकिन उन्हें मामले की बारीकियों के बारे में कुछ भी पता नहीं था। जब अधिकारी ने मामले के बारे में पूछा तो विधायक कोई भी जानकारी नहीं दे पाए। उनके साथ आए रिश्तेदार के पास भी न तो कोई औपचारिक आवेदन था और न ही पर्याप्त जानकारी। इसके बजाय, उन्होंने अधिकारी को विधायक के फोन पर जानकारी लेने का सुझाव दिया और कहा, ‘मैंने विधायक को जानकारी भेज दी है और आप वहां से जानकारी ले सकते हैं।’ इस लापरवाही भरे रवैए से अधिकारी नाराज नजर आए। अधिकारी ने पलटवार करते हुए कहा, ‘पहले खुद मामले को समझिए और अपने लोगों को सिखाइए कि वे अपना मामला ठीक से वैâसे पेश करें। बिना तैयारी के अंदर मत आइए।’ शर्मिंदा और अवाक विधायक चुपचाप बाहर निकल गए।
गाली होड़
महायुति सरकार में मतदाताओं का अपमान करने की होड़ लगी है। दादा के बाद गद्दार शिंदे गुट के एक विधायक ने भी मतदाताओं को गाली दी। मात्र ८४१ वोटों से जीते इस विधायक ने अपनी कमजोर जीत का ठीकरा मतदाताओं पर फोड़ा और कहा कि यहां के मतदाता २-५ हजार रुपए, शराब-मटन के लिए बिक गएष्ठआपसे अच्छी तो वेश्या है। मामला बुलढाणा का है, जहां अपने सम्मान में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि आप एक वोट मुझे नहीं दे सकते हैं, सिर्फ शराब, मटन, पैसा चाहिए। यह विधायक हमेशा विवादास्पद बयान के लिए मशहूर है। आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस की आलोचना करते वक्त भी इसने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जबान काटने पर ११ लाख का इनाम देने की घोषणा की थी।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और देश की कई प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में इनके स्तंभ प्रकाशित होते हैं।)