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झांकी : …तो क्या गुंडाराज

अजय भट्टाचार्य

राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के बौंली कस्बे में डॉ. बी. आर. आंबेडकर की प्रतिमा पर नामपट्टिका लगाने के मुद्दे पर स्थानीय कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच सोमवार की अल सुबह झड़प हो गई। बौंली में दो साल पहले डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया गया था और सौंदर्यीकरण का काम चल रहा था। रविवार की रात कांग्रेस की बामनवास विधायक इंदिरा मीणा और कुछ अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं के नाम वाली नामपट्टिका प्रतिमा पर लगा दी गई। जब भाजपा कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी मिली तो प्रधान कृष्ण पोसवाल और हनुमान दीक्षित मौके पर पहुंचे और नेमप्लेट हटाने को कहा। मामला इतना बढ़ गया कि मीणा कथित तौर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष हनुमत दीक्षित की कार पर चढ़ गईं और उनका कॉलर पकड़कर चिल्लाने लगीं, ‘भाजपा है तो गुंडाराज हो गया क्या तुम्हारा।’
गुजरात लॉबी बेचैन
इन दिनों अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की कवायद में लगी भाजपा की गुजरात लॉबी वरिष्ठ भाजपा नेता संजय जोशी के गांधीनगर दौरे पर बेचैन है। जाहिर तौर पर एक समर्थक जिसने अपने परिवार के सदस्य को खो दिया था, को सांत्वना देने के लिए व्यक्तिगत यात्रा पर जोशी पिछले सप्ताह गांधीनगर में थे। उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेता कनकसिंह मंगरोला से भी मुलाकात की और उनके साथ दोपहर का भोजन किया। हालांकि, जोशी के दौरे ने जल्द ही राजनीतिक चर्चाओं को हवा दे दी। हर मुलाकात, हर यात्रा को अब राजनीतिक अटकलों के चश्मे से देखा जा रहा है। जोशी को हाल के वर्षों में दरकिनार कर दिया गया है, लेकिन राजनीति में अप्रत्याशित गठबंधनों का होना लाजिमी है।
प्लान लीक
चार दिन पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भी बड़ा बयान दिया था। उन्होंने नीतीश कुमार को उपप्रधानमंत्री बनाए जाने की वकालत की थी। हालांकि, इस दौरान उन्होंने कहा था कि ये उनकी व्यक्तिगत राय है। इस मामले पर भाजपा के बड़े नेता अभी खुलकर बोलने से बच रहे हैं। भाजपा ये बात अच्छे से जानती है कि वह अकेले अपने दम पर चुनाव में बहुमत हासिल नहीं कर सकती। ऐसे में चुनाव के बाद ही गठबंधन के मुख्यमंत्री को लेकर पैâसला किया जाएगा। इधर राजद का दावा है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बिहार में भाजपा का सीक्रेट प्लान लीक कर दिया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि बिहार में मुख्यमंत्री का चेहरा सम्राट चौधरी ही होंगे। मतलब यह है कि जिस तरह महाराष्ट्र में गद्दार-ए-आजम को चुनावी नेतृत्व की लॉलीपॉप चिपकाई गई थी, उसली पुनरावृत्ति बिहार में पलटूचाचा को आगे कर होगी।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और देश की कई प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में इनके स्तंभ प्रकाशित होते हैं।)

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