मुख्यपृष्ठस्तंभझांकी : दो बेटे बनाम एक बेटा

झांकी : दो बेटे बनाम एक बेटा

अजय भट्टाचार्य

राष्ट्रीय राजधानी के मध्य में स्थित नई दिल्ली विधानसभा सीट अपने हाई-प्रोफाइल टैग के अनुरूप है, जहां आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटों से मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को इस सीट से उम्मीदवारी घोषित की है, जबकि भाजपा की तरफ से साहिब सिंह वर्मा के बेटे परवेश वर्मा को उतारने की खबर है। रविवार को आप ने चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की अंतिम सूची में केजरीवाल का नाम शामिल किया। कांग्रेस ने जहां दीक्षित को इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है, वहीं भाजपा की सूची अभी जारी नहीं हुई है, लेकिन समझा जाता है कि वर्मा को उनकी उम्मीदवारी के लिए पार्टी नेतृत्व से हरी झंडी मिल गई है। कई मुख्यमंत्रियों को विधानसभा भेजने वाली यह सीट २००८ के परिसीमन के दौरान बनाई गई थी। इस सीट पर आप जल्द ही ‘दो सीएम के बेटे और एक दिल्ली का बेटा’ थीम आधारित प्रचार पर उतरेगी। केजरीवाल जल्द ही खुद ७० विधानसभा सीटों पर मैदान में उतरेंगे।
बच गया खेला
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल विस्तार में धनंजय मुंडे के साथ खेला होते-होते बच गया। एनसीपी (अजीत पवार) की शुरुआती सूची में धनंजय मुंडे का नाम शामिल नहीं था। इससे तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गर्इं। बीड जिले के केज तालुका के मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या में धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड का नाम सामने आने के बाद धनंजय मुंडे का पत्ता कटने की चर्चा थी। साथ ही छगन भुजबल का नाम भी सूची से गायब था। परसों सुबह ‘दादा’ का फोन मुंडे को आया और उन्हें मंत्री पद की शपथ के लिए तैयार रहने को कहा गया। अब पता चला है कि छगन भुजबल लापता हो गए हैं।
स्मार्ट प्रचार
१२ दिसंबर को भूपेंद्र पटेल ने गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर दो साल पूरे होने पर कई जश्न मनाए, जिसमें दो साल की सालगिरह का लोगो जारी करना भी शामिल था। सेवा, संकल्प और समर्पण के दो साल। सरकारी अधिकारियों और सोशल मीडिया अकाउंट्स ने आधिकारिक निर्देशों का पालन करते हुए व्हॉट्सऐप पर इस लोगो को अपनी डिस्प्ले पिक्चर के तौर पर अपनाया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने टिप्पणी की कि सरकार की उपलब्धियों को लोगों की नजरों में बनाए रखने के लिए यह एक स्मार्ट प्रचार कदम था।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा
व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)

अन्य समाचार