मुख्यपृष्ठस्तंभतड़का : कितने पाकिस्तान!

तड़का : कितने पाकिस्तान!

कविता श्रीवास्तव

बेमतलब बयानबाजी की भी हद होती है। फिर भी बेतुकी बातें करनेवाले रुकते नहीं। कभी क्रोध में, कभी आपा खोने पर तो कभी अति उत्साह या जोश में कई आपत्तिजनक बयान आ जाते हैं। देश में इस समय वैसे भी बयानबाजी को लपक कर मुद्दा बनाने वालों की कमी नहीं है। राहुल गांधी के कुछ बयानों पर भी ऐसा ही हाल है। कोई उनकी जीभ काटने पर इनाम देने का एलान करता है, तो कोई उनकी जीभ जलाने की बात करता है। हद तो तब है जब केंद्र के एक जिम्मेदार मंत्री राहुल गांधी को आतंकवादी कह देते हैं। दरअसल, किसी ने क्या बयान दिया? उसका पूरा संदर्भ क्या है? उसके पूरे बयान का अर्थ क्या है? यह सब जाने-समझे बिना भी कई बार आधे-अधूरे बयान पर भी लोगों की मनमानी प्रतिक्रियाएं शुरू हो जाती हैं। लेकिन जब कोई जिम्मेदार व्यक्ति कुछ अनर्गल कह जाए तो उस पर गंभीर विचार आवश्यक है। कर्नाटक हाई कोर्ट के जज वेदव्यासाचार श्रीशानंद की भरी अदालत में की गई टिप्पणी इन दिनों सुर्खियों में है। एक सुनवाई के दौरान उन्होंने बंगलुरु के एक मुस्लिम बहुल इलाके को ‘पाकिस्तान’ कह दिया। इस सुनवाई का वीडियो खूब वायरल हुआ। उनकी इस टिप्पणी पर खासा बवाल मचा है। अभी यह मामला चर्चा में ही था कि उन्होंने एक और आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। उन्होंने अपनी सुनवाई के दौरान एक महिला वकील द्वारा की जा रही जिरह पर टिप्पणी कर दी कि क्या आप अन्य पक्ष के आंतरिक वस्त्रों का रंग भी जानती हैं। उनके इस तरह के बयान पर सभी सन्न रह गए। महिला वकील ने कहा है कि संबंधित जज को पर्याप्त ट्रेनिंग देनी चाहिए। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने जज की टिप्पणियों पर स्वत: संज्ञान लिया है। रिपोर्ट मांगी गई है। उनकी टिप्पणियों पर निश्चित ही कार्रवाई होगी। इस बीच महाराष्ट्र में भी एक वरिष्ठ भाजपा नेता के ‘पाकिस्तान’ संबोधन पर बवाल मचा है। मोदी की पिछली सरकार में मंत्री रहे रावसाहेब दानवे जालना से लोकसभा चुनाव हार चुके हैं। उनकी पराजय पर भाजपा के समर्थक दल शिंदे गुट पर ठीकरा फूटा है। भाजपा ने राज्य में शिंदे गुट के मंत्री अब्दुल सत्तार को दानवे की हार के लिए जिम्मेदार ठहराया था, जबकि सत्तार ने साफ-साफ कहा कि सिल्लोड क्षेत्र में कुछ लोग पीछे हट गए और रावसाहेब को वोट नहीं दिया इसलिए वो पराजित हो गए। अपनी पराजय से रावसाहेब का पारा जरूर चढ़ा होगा। तभी तो हाल ही में उन्होंने कथित तौर पर जालना के सिल्लोड इलाके को ‘पाकिस्तान’ कह दिया। इससे क्रोधित हुए सिल्लोड के लोग अब रावसाहेव पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यह मामला भाजपा-शिंदे गुट की न सिर्फ चिंता बढ़ाने लगा है, बल्कि दोनों के बीच दरार का प्रमाण भी देता है। महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां शुरू हो चुकी हैं। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी महाराष्ट्र के वर्धा पहुंचे थे। उन्होंने विश्वकर्मा समुदाय, पिछड़ा वर्ग आदि कहकर अपना चुनावी कार्ड चलाने के प्रयत्न शुरू कर दिए हैं। तय है कि चुनाव के नजदीक आने पर बयानबाजियां खूब बढ़ेंगी।

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