मुख्यपृष्ठस्तंभतड़का : हाऊ इज द जोश...हाई

तड़का : हाऊ इज द जोश…हाई

कविता श्रीवास्तव

टी-२० वर्ल्डकप जीतकर भारतीय क्रिकेट टीम ने तिरंगे की शान बढ़ा दी और पूरा भारत रोमांचित हो उठा। भारतीय क्रिकेट टीम अपने देश में पधारे और उसका भव्य स्वागत किया जाए, इसका जबरदस्त इंतजार हर जगह हो रहा है। विश्वकप जीतने के आखिरी ओवरों में एक-एक गेंद पर जो जोश बढ़ा था वह जोश अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि महिला क्रिकेटरों ने और भी धूम मचा दी। चेन्नई में उन्होंने भी साउथ अप्रâीका को १० विकेट से हराकर तहलका मचा दिया। इस मैच की खासियत यह रही कि महिला स्पिनर स्नेह राणा ने टेस्ट क्रिकेट में १० विकेट लेनेवाली पहली महिला क्रिकेटर बनने का रिकॉर्ड स्थापित किया। इसीके साथ शेफाली वर्मा ने सबसे तेज डबल सेंचुरी बनाने का रिकॉर्ड बनाया। इस तरह भारत की महिला और पुरुष दोनों क्रिकेट टीमों ने साउथ अप्रâीका को अपने-अपने मैचों में पराजित करके भारत के लिए दोहरी सफलता अर्जित की है। इससे पूरे देश में जोश एकदम `हाई’ है। वैसे तो `हॉकी’ हमारे देश का राष्ट्रीय खेल है। लेकिन क्रिकेट ने सारे खेल को पीछे छोड़कर लोकप्रियता का जो स्थान हासिल किया है वह अक्सर देश को एकजुट भी कर देता है। जब भी कोई भारतीय क्रिकेटर एक गेंद फेंकता है या किसी एक गेंद का सामना करता है तो वह अकेला नहीं पूरा देश उस प्रत्येक गेंद, उसकी स्ट्राइक, उसके रन और उसके असर से स्वयं को प्रभावित होता महसूस करता है। यही रोमांच टी-२० वर्ल्डकप के फाइनल मैच में भी दिखा। उस दिन मैं रात्रि में दादर से मालाड के लिए लोकल ट्रेन से रवाना हुई थी। पूरे कंपार्टमेंट में सभी के मोबाइल पर मैच चल रहा था और एक-एक मोबाइल पर चार-पांच लोगों की आंखें लगी हुई थीं। मेरे बांद्रा पहुंचते-पहुंचते सूर्यकुमार यादव ने आखिरी ओवर की पहली गेंद पर दक्षिण अप्रâीका के स्टार बल्लेबाज डेविड मिलर का वैâच लपक लिया। वहीं से बाजी पलट गई। तब सभी लोग एकसाथ झूम उठे और शाबाशी के जोरदार नारे लगाए। उसके बाद जो हुआ उसे देखकर भारत का प्रत्येक क्रिकेटप्रेमी रोमांचित होता रहा। अंतत: आखिरी गेंद पर जब भारत विजयी हुआ तो पूरी ट्रेन में लोग उछल पड़े और भारत `माता की जय’, तालियों, सीटियों, जबर्दस्त शोर-शराबे और देश की विजय की खुशी से पूरा कंपार्टमेंट उछल उठा। मालाड उतरकर मैं बाहर आई तो सड़क पर तिरंगे झंडे लेकर चल रहे नाचते-गाते, उत्सव मनाते लोगों ने सड़कों पर ट्रैफिक जाम कर रखा था। सब एक-दूसरे को बधाई दे रहे थे। बिना जान पहचान वालों से भी हाथ मिला रहे थे। सबके गले मिल रहे थे। हमें भी देश के गौरव का रोमांच उत्साहित करता रहा। देश के प्रति ऐसी एकजुटता यदि कोई खेल के माध्यम से हो रही है तो यह बहुत बड़ी बात है। इसके लिए सभी क्रिकेट खिलाड़ियों और सभी क्रिकेटप्रेमियों का अभिनंदन है। राष्ट्र-प्रेम का यह जोश हमेशा `हाई’ रहना चाहिए।

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