मोतीलाल चौधरी / पडरौना
कुशीनगर के पडरौना स्थित दारुल उलूम अंजुमन इस्लामिया जामा मस्जिद के तत्वाधान में अंजुमन गर्ल्स स्कूल कैंपस में बृहस्पतिवार को अल्पसंख्यक समाज के लोगों के साथ उलेमाओं की बैठक हुई। इस दौरान जुलूस-ए-मोहम्मदी में तेज आवाज में डीजे नहीं बजाने की अपील करते हुए आपसी सौहार्द के साथ ईद मिलादुन्नबी मनाने को कहा। बैठक की शुरुआत केरत व नातिया कलाम से हुई l
नायब सदर मुश्ताक अहमद कुरैशी ने कहा कि ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में डीजे का प्रयोग करने से बचें। शांति व आपसी भाईचारे के साथ जुलूस निकाला जाए, डीजे की आवाज इंसान को झकझोर देती है। डीजे का समाज से बहिष्कार करने की जरूरत है। इसमें सभी लोग सहयोग करें, नाजिम इंजी. शाकिरुल्लाह अंसारी ने कहा कि डीजे की तेज आवाज से व्यक्ति गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहा है l डीजे को मेडिकल साइंस में जानलेवा बताया गया है, डीजे की तेज आवाज से आदमी एंट्रियल फेब्रिलेशन का शिकार हो जाता है। इसकी वजह से इंसान के शरीर में खून के थक्के बनने, स्ट्रोक व हर्ट फेल होने की समस्याएं भी हो सकती हैं। बैठक में रेयाज खान, मौलाना रहमतुल्लाह, जमील आयशी, अरमान खान, हाफिज इश्तियाक, मौलाना अब्दुल्लाह ने भी बयान किया। इस दौरान कारी आफताब आलम, मुफ्ती रजाउल मुस्तफा, बेचू खान, अनवर राईनी, हाफिज नूर अली, हाफिज असलम, हाफिज अलाउद्दीन, असगर राईनी, मौलाना नियमतुल्लाहा, अशरफ अंसारी मौजूद रहे।