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मोदी सरकार के राज में एसबीआई से लोन लेना हुआ महंगा! …बैंक ने ब्याज दरों में किया इजाफा

सामना संवाददाता / मुंबई
देश के सबसे बड़े सरकारी ऋणदाता बैंक एसबीआई ने कल १५ अगस्त से अपनी सभी अवधि वाले कर्ज पर ब्याज दर बढ़ा दी है। बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट में १० बेसिस पॉइंट का इजाफा किया है।
एसबीआई द्वारा एमसीएलआर में यह ताजा वृद्धि आरबीआई की तरफ से रेपो दर को ६.५ प्रतिशत पर स्थिर रखने के फैसले के कुछ दिनों बाद आई है। एसबीआई की तरफ से एमसीएलआर में बढ़ोतरी का यह लगातार तीसरा महीना है। सरकारी बैंक ने जून २०२४ से कुछ अवधि वाले कर्ज के लिए ब्याज दरों को ०.३० प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। बता दें कि एक आधार अंक एक प्रतिशत अंक का सौवां हिस्सा होता है। इस बीच, अवधि उधारकर्ता द्वारा दी गई ऋण किस्तों को वितरित करने के लिए देनदार (उधारकर्ता) को दिए गए ऋण या क्रेडिट की अवधि है। बता दें कि एमसीएलआर कर्ज का मिनिमम इंटरेस्ट होता है, जिस पर बैंक को आरबीआई की तरफ से कुछ मामलों को छोड़कर उधार देने की अनुमति नहीं होती है। हाई एमसीएलआर का मतलब है कि उधारकर्ताओं के लिए ब्याज दरें अधिक होंगी और ईएमआई भी ज्यादा बनेगी। तीन साल की अवधि के लिए एसबीआई का नया एमसीएलआर अब ९ फीसदी से बढ़कर ९.१ फीसदी हो गया है।

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