एजेंसी / काबुल
अफगानिस्तान की तालिबान सरकार और पाकिस्तान के रिश्ते लगातार खराब होते जा रहे हैं। बीते दिनों इन दोनों के बीच सीधी जंग जैसे हालात थे। तालिबान ने पाकिस्तान की कई चौकियों पर हमला कर उसको अपने कब्जे में ले लिया। इन संघर्षों में कई लोगों की मौत हुई। अब तालिबान पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। इसके लिए उसने अपना चेहरा तक बदलने का फैसला कर लिया है। ऐसे में पाकिस्तान की हालत खराब होना लाजिमी है। दरअसल, अफगान तालिबान वैसे तो महिलाओं की शिक्षा से परहेज करता है। वह उनको घरों की चहारदीवारी में कैद रखना चाहता है, लेकिन पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तानी सेना से मिल रही चुनौती के बाद उनसे अपनी रणनीति बदल दी है। तालिबान ने महिलाओं से जासूसी कराने का फैसला किया है। अफगान तालिबान का इंटेलिजेंस विभाग महिला जासूसों की भर्ती करेगा। ऐसा कहा जा रहा है कि महिला जासूस, पुरुषकर्मियों से ज्यादा सक्षम होती हैं। ऐसे में जल्द ही तालिबान की विषकन्या जासूस सामने आएंगी।
अहम बैठक में फैसला
तालिबान को अब उसके विरोधियों के बारे में सूचनाएं मिलनी कम हो गई हैं। ऐसे में तालिबान प्रशासन परेशान है कि सूचनाएं कहां से आए। यह स्थिति तब उत्पन्न हुई है, जब पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी और पाकिस्तानी फौज तालिबान के विरोधी आतंकवादी संगठनों को पूरी तरह से मदद मुहैया करा रही है। आतंकवादी संगठनों की लगातार बढ़ती गतिविधियों और उनके द्वारा किए जाने वाले आतंकवादी कार्यों को लेकर अफगान तालिबान के आला अधिकारियों की एक बैठक हुई।