मुख्यपृष्ठनए समाचारबात-जज्बात : पहले मुर्गी या पहले अंडा!

बात-जज्बात : पहले मुर्गी या पहले अंडा!

एम एम सिंह

एक मजेदार सवाल, जो हम बचपन में खेल-खेल में पूछते थे और जिसका सवाल ५५ वर्ष की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते नहीं मिला, उसका जवाब अब कमोबेश मिल गया है! सवाल आपने भी पूछा होगा या आपसे भी पूछा गया होगा… पहले मुर्गी आई या अंडा?
खैर जवाब में कोई मुर्गी को पहले बताता है या फिर अंडे को! क्योंकि अंडा मुर्गी देती है और अंडा फोड़ कर चूजा बाहर आता है।
इस सवाल को हम थोड़ा अलग ढंग से सोचें तो जिस निष्कर्ष पर साइंटिस्ट पहुंचे हैं, उसे स्वीकार करने में हिचक नहीं होगी। दरअसल इस सवाल में हम अक्सर अंडे को मुर्गी का अंडा समझते हैं। यहां पर क्लियर करते हैं कि धरती पर अंडा पहले आया या मुर्गी?
इसी थ्योरी पर फोकस करते हुए साइंटिस्टों ने मुर्गी और अंडे पर रिसर्च किया है, भले ही वह अंडा किसी भी जीव का हो। इस थ्योरी के मुताबिक, कई लाख साल पहले दूसरे जीवों ने धरती पर अंडे देने शुरू कर दिए थे और तब मुर्गियों का कोई अस्तित्व भी नहीं था। धरती पर अंडे (किसी भी जीव के) आने के कई साल बाद मुर्गियों की प्रजाति आई और इसलिए धरती पर पहले अंडा आया और फिर मुर्गी।
अंडा एक मेंब्रेन बाउंड कंटेनर है, जिसमें एक भ्रूण एक स्वतंत्र प्राणी के रूप में विकसित हो सकता है। पहली बार अंडे एमनियोट्स के विकास के साथ कई लाख साल पहले अस्तित्व में आए। एमनियोट्स के आने से पहले, ज्यादातर जानवर पानी में रिप्रोडक्शन करते थे। वह अपने अंडे तालाबों और अन्य नम जगहों पर रखते थे, ताकि उन्हें सूखने से बचाया जा सके। एमनियोट्स एक नए प्रकार का अंडा था, जिसमें पहले के अंडों के विपरीत अंदर तीन और झिल्लियां थीं- कोरियोन, एमनियन और एलांटोइस। हर एक झिल्ली का अपना खास काम होता है, लेकिन जब ये तीनों एक साथ मिलती है, तो अंडे के अंदर मौजूद जीव को विकसित होने में मदद करती हैं। अंडे में हुए इसी बदलाव ने जानवरों के लिए जमीन पर अपने अंडे देना संभव किया।
ऑस्ट्रेलियन एकेडमी ऑफ साइंस के अनुसार, सबसे पहला चिकन दो प्रोटो-चिकन से प्रोड्यूस हुए जाइगोट में होने वाले जेनेटिक म्यूटेशन के कारण उत्पन्न हुआ होगा। दो प्रोटो-चिकन ने अपने डीएनए को मिलाकर पहली मुर्गी की सेल बनाई। इस प्रक्रिया के दौरान हर एक सेल में म्यूटेशन हुआ, जिसके परिणामस्वरूप पहली मुर्गी का जन्म हुआ।
रिसर्च के मुताबिक, एमनियोटिक अंडों की शुरुआत लगभग ३४० मिलियन वर्ष पहले हुई थी और धरती पर मुर्गियां लगभग ५८,००० साल पहले विकसित हुर्इं। तो अब यह मान लेने में क्या बुराई है की ‘जो’ पहले आया ‘वही’ पहले आया! जो ‘बाद’ में आया वह ‘बाद ही’ में आया! बावजूद इसके अगर आपके जेहन में यदि अंडे देती मुर्गी और अंडे से बाहर निकलते चूजे की तस्वीर चस्पां है तो… खुदा खैर करे!

अन्य समाचार