एजेंसी / नई दिल्ली
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की आज हर जगह धूम मची है। माना जा रहा है कि ‘चाहे विकास का मॉडल हो या फिर सोचने-समझने की ताकत’, आने वाले वक्त में एआई सब कुछ बदल कर रख देगा। लेकिन एआई की खूबियों के बीच इसकी खामियां भी अब वैज्ञानिकों को डराने लगी हैं। वैज्ञानिकों को एआई के अभिशाप बनने का डर सता रहा है। उन्हें डर है कि एआई तकनीक से निर्मित रोबोट भविष्य में इंसानों पर नियंत्रण कर सकते हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर एक एआई फर्म के फाउंडर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है कि इसकी मदद से तैयार रोबोट भविष्य में मनुष्य को भी कंट्रोल कर सकते हैं।
तीन साल पहले डेवलप हुई स्टैबिलिटी एआई फर्म के संस्थापक एमाद मोस्ताक ने कहा कि भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हमें ऐसा रूप भी देखने को मिल सकता है, जहां पर एआई रोबोट्स मनुष्य और मानवता दोनों को कंट्रोल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो यह सबसे खराब स्थिति होगी। एमाद मोस्ताक ने एक कार्यक्रम के दौरान इंटरव्यू में कहा कि अगर आपके पास आपसे अधिक सक्षम चीज है तो ऐसे में माहौल बदल सकता है। हम कभी भी अपने से ज्यादा बेहतरीन या फिर सक्षम चीज की कल्पना नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब हमारे पास खुद से ज्यादा इंटेलिजेंट, बेहतरीन ऐसे रोबोटिक एजेंट हैं, जिन्हें हम कंट्रोल नहीं कर सकते। वे अब आटोमेशन के लेवल पर पहुंच गए हैं तो क्या आप इसका मतलब समझते हैं?
एआई पर बड़ी रिसर्चों को रोकने की अपील
एआई के बढ़ते इस्तेमाल और मानवीय क्रियाकलापों में इस दखल की वजह से एक नई बहस शुरू हो गई है। दुनिया के कई जाने माने बिजनेसमैन व टेक्नोव्रैâटों का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समाज और मानवता के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। एआई समाज के लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसा मानने वालों में ट्विटर के मालिक और उद्योगपति एलन मस्क व प्रौद्योगिकी के मामले में दुनिया के अग्रणी कंपनी एप्पल के को-फाउंडर स्टीव वोजनियाक भी शामिल हैं। एआई से भविष्य में होनेवाले खतरे को लेकर आगाह करने से जुड़े ओपन लेटर पर इन लोगों के अलावा, स्काइप के को-फाउंडर जॉन टैलीन, पिनटेरेस्ट के को-फाउंडर के साथ साथ कई यूनिवर्सिटियों के प्रोफेसरों ने भी दस्तखत किए हैं। इस ओपन लेटर को ‘फ्यूचर ऑफ लाइफ इंस्टीट्यूट’ की वेबसाइट पर डाला गया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर हो रही बड़ी-बड़ी रिसर्चों को रोकने के लिए अपील की जा रही है।