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सेहत का तड़का : नाचो-गाओ सेहत बनाओ

एस. पी. यादव

यूट्यूब सनसनी मल्टी टैलेंटेड अभिनेत्री व सिंगर शर्ली सेतिया का जन्म २ जुलाई १९९५ को भारत के दमन में हुआ, लेकिन उनकी परवरिश न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में हुई। ‘पायजामा पॉपस्टार’ के रूप में विख्यात इंडो-किवी सिंगर शर्ली गाने के साथ-साथ हिंदी और तेलुगु फिल्मों में अभिनय करने में भी व्यस्त हैं। फिटनेस फ्रीक शर्ली ‘नाचो-गाओ सेहत बनाओ’ के मंत्र में यकीन करती हैं।

हिंदुस्थान के दमन में जन्मी शर्ली बचपन में ही परिवार के साथ न्यूजीलैंड जा बसी। न्यूजीलैंड की ऑकलैंड यूनिवर्सिटी से ‘मार्केटिंग’ में अपना ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद शर्ली सेतिया ने डिजिटल ‘मार्केटिंग’ में करियर बनाने के लिहाज से ऑकलैंड काउंसिल में ‘मार्केटिंग’ और पब्लिसिटी इंटर्न के रूप में काम करना शुरू किया। इसी दौरान शर्ली ने म्यूजिक कंपनी टी-सीरीज की एक प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और इसकी विजेता रहीं। वह रातों-रात रॉक स्टार बन गर्इं। खास बात यह है कि प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए शर्ली ने अपने बेडरूम में पायजामा पहने वीडियो रिकॉर्ड किया था, जिसके बाद उन्हें ‘पायजामा पॉपस्टार’ कहा जाने लगा। म्यूजिक वीडियो और कार्यक्रमों के सिलसिले में २०१६ में शर्ली ने मुंबई का रुख किया। २०२० में नेटफिलिक्स की हिंदी फिल्म ‘मस्का’ से उन्होंने अपनी अभिनय की पारी शुरू की और २०२२ में हिंदी फिल्म ‘निकम्मा’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। वे हिंदी के अलावा तेलुगु फिल्मों में भी सक्रिय हैं। उनके यूट्यूब चैनल के १४ लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं, वहीं फेसबुक पर ३३ लाख और ट्विटर पर एक लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

सुबह-शाम कसरत
शर्ली सेतिया सुबह आराम से उठती हैं, इसलिए सुबह वार्म-अप, स्ट्रेचिंग और ब्रीदिंग एक्सरसाइज, प्राणायाम करती हैं, जबकि शाम को लगभग एक घंटे जॉगिंग और रनिंग करती हैं। शरीर के ऊपरी हिस्से को मजबूत बनाने के लिए प्लैंक एक्सरसाइज (पुश-अप्स आदि) और निचले हिस्से को मजबूत बनाने के लिए स्क्वाट्स करती हैं। वह नियमित रूप से योग-अभ्यास और ध्यान करती हैं और रिलैक्स होने के लिए मनपसंद गाना सुनती हैं। सप्ताह में तीन से चार बार डांस-प्रैक्टिस करती हैं।

मिली-जुली डाइट
शर्ली सेतिया किसी सख्त डाइट प्लान का पालन नहीं करती हैं। सुबह वे एक गिलास गरम पानी या फिर ग्रीन टी पीती हैं। नाश्ते में ओट्स, इडली-सांबर, ब्रेड और अंडे लेती हैं। लंच और डिनर में दाल-चावल, रोटी सब्जी और सलाद लेती हैं। शर्ली का मानना है कि भोजन की मात्रा उतनी ही हो, जो आसानी से पच सके। शर्ली दही, चीनी और खट्टे पदार्थ खाने से परहेज करती हैं। उन्हें रात में नूडल्स सूप पीना पसंद है।

भारतीय भोजन से विशेष लगाव
शर्ली को अपनी मां के हाथों बनी बिरयानी बहुत पसंद है। इसे वह ‘मम्मी की बिरयानी’ कहती हैं। शर्ली खुद भी बेहतरीन पुलाव बनाती हैं। उन्हें भारतीय भोजन के अलावा इटालियन और चाइनीज भोजन पसंद है। महाराष्ट्र के पारंपरिक व्यंजन ‘पोपटी’ की तरह जमीन में गाड़कर भाप के सहारे बनाए जानेवाला न्यूजीलैंड का पारंपरिक व्यंजन ‘हंगी’ ( मांस और सब्जियों का मिश्रण) भी उन्हें पसंद है। शर्ली को लौकी, भिंडी, पालक के साथ-साथ मखाना के कोफ्ते भी खूब भाते हैं।

मखाना कोफ्ता की रेसिपी
सामग्री : १०० ग्राम मखाना, १०० ग्राम घी, २५ ग्राम मैदा, ५० ग्राम मटर के दाने, आधा चम्मच हल्दी, आधा चम्मच गरम मसाला, एक चम्मच धनिया, १० ग्राम हरा धनिया, आधा चम्मच लाल मिर्च, आधा नींबू, चुटकी भर हींग, २० ग्राम अदरक, आधा चम्मच जीरा, आधा चम्मच काली मिर्च, चुटकी भर काला नमक, १० ग्राम खसखस और स्वादानुसार नमक।
विधि: आधे मखाने को बारीक पीस लें, जबकि आधे मखाने को घी में तल कर काली मिर्च और काला नमक बुरक कर अलग रख लें। मखाना चूर्ण में इतना मैदा मिलाएं कि गोलियां बना सकें। उसमें नमक और सभी मसाले आधे डालकर मिलाएं और कसा हुआ अदरक मिलाकर घी में कोफ्ते तैयार कर लें। पिसे मटर और खसखस को पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। इस मिश्रण को घी में हींग-जीरे से छौंक दें। हल्दी, नमक और अन्य मसाले इसमें मिलाकर नींबू का रस निचोड़ दें और तब इसमें कोफ्ते मिलाएं। इसमें तले हुए मखाने भी डाल दें।
फायदे: प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होने के कारण शरीर को शक्ति देने के साथ-साथ पाचनतंत्र को बेहतर बनाता है। पर्याप्त वैâल्शियम और लो वैâलोरी होने के कारण यह हड्डियों को मजबूत बनाने और वजन को नियंत्रित रखने में कारगर है। इसमें मौजूद ग्लूटामाइन, मेथियोनाइन, आर्जिनाइन जैसे एंटी एजिंग तत्व चेहरे पर निखार लाते हैं।

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