-कुड़वार के देवलपुर में बरियारशाह वंशज राजपूतों की सभा में पहुंचे यूपी सरकार के पूर्व मंत्री मोती सिंह
-किया एलान- सामूहिक सहयोग से बनाएंगे कुलदेवी मां शाकंभरी का भव्य मंदिर
विक्रम सिंह/सुल्तानपुर
दिल्ली के अंतिम हिंदू शासक पृथ्वीराज चौहान के प्रपौत्र बरियारशाह की गढ़ी जमुवाएं में उनके वंशज वत्सगोत्रीय राजपूत ‘कुलदेवी’ का भव्य मंदिर बनाएंगे। रविवार को कुड़वार के देवलपुर गांव में ये एलान यूपी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह (मोती सिंह) ने वत्सगोत्रीय राजकुमार, चौहान व बजगोती आदि राजपूतों की सभा में किया है। वे इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ के शासकीय अधिवक्ता वीके सिंह के संयोजन में उनके पैतृक गांव में भागवत कथा के श्रीगणेश पर आयोजित बरियारशाहवंशीय राजपूतों के जमावड़े में पहुंचे थे।
प्रतापगढ़ के प्रभावशाली राजनेताओं में शुमार पूर्व मंत्री मोती सिंह खुद भी वत्सगोत्रीय राजपूत होने के कारण लाव-लश्कर से कार्यक्रम में पहुंचे थे। सबसे पहले सुल्तानपुर जिला मुख्यालय पर लायंस क्लब के अध्यक्ष राकेश सिंह पालीवाल ने बीजेपी नेता संजय सिंह सोमवंशी के साथ अपने आवास पर आयोजित स्वागत समारोह में उनकी अगवानी की। यहां शिवाकांत मिश्र, रमेश सिंह टिन्नू, सचिन चोपड़ा, बिन्नू पांडेय, दिनेश चौरसिया, रणवीर सिंह, मनोज चतुर्वेदी आदि प्रमुख जनों ने उन्हें भगवा पटका व अंगवस्त्र प्रदान कर स्वागत किया। इसके बाद वे कुड़वार के देवलपुर पहुंचे, जहां हाईकोर्ट लखनऊ पीठ के शासकीय अधिवक्ता वीके सिंह की यजमानी में अयोध्या के महंत नृत्य गोपालदास के उत्तराधिकारी रामनयन दास की पांच दिवसीय श्रीमद्भागवतकथा चल रही है। इसी उपलक्ष्य में बरियारशाहवंशी राजपूतों व अन्य सगोत्रीय राजपूतों के उत्थान को लेकर बीजेपी नेता गांधी सिंह के संचालन में सभा को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री मोती सिंह ने कहा कि हम अवगुणों का परित्याग करें। खासकर मद्य सेवन व दहेज प्रथा का समूल उन्मूलन करें। अपनी सन्तानों के विवाह में दहेज न लें और न दें। इसकी शुरुआत प्रत्येक राजपूत स्वयं से करें। क्षत्रिय गौरव की पुनर्स्थापना के लिए राजपूत समाज को नैतिक एवं चारित्रिक विकास करना होगा। उन्होंने कहा कि हम सभी की कुलदेवी हैं मां शाकंभरी, जिनका सैंकड़ों वर्ष पुराना मंदिर सहारनपुर में है। हम मां शाकंभरी देवी का भव्य मंदिर आदि पुरूष पृथ्वीराज चौहान के प्रपौत्र बाबा बरियार शाह की कर्मस्थली गढ़ी जमुवाएं (सुल्तानपुर) में बनाएंगे। इसमें हरेक बरियाशाहवंशी का हरसंभव सहयोग रहेगा। इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी लहुरी सिंह, पूर्व बार अध्यक्ष नरेंद्र बहादुर सिंह, अशोक सिंह धंमौर, अजय प्रताप सिंह, मुरारी सिंह आदि उपस्थित रहे।