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इंजीनियरों के बिना चल रहा ठाणे मनपा का कामकाज! …ठाणे मनपा में अभियंताओं के १६६ पद हैं खाली

सामना संवाददाता / ठाणे
ठाणे मनपा के माध्यम से विभिन्न विकास परियोजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। दरअसल, ठाणे मनपा में इंजीनियरों के कई पद खाली हैं, जबकि इंजीनियरों के ३०० पद स्वीकृत हैं और केवल १३४ इंजीनियर ही कार्यरत हैं। यानी आज भी १६६ पद खाली हैं। फिलहाल, मनपा में कार्यरत इंजीनियरों को अतिरिक्त कार्यभार का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मनपा का कामकाज किस तरह चल रहा है, ऐसा सवाल ठाणेकर करते नजर आ रहे हैं।
जनसंख्या बढ़ी, सुविधाएं घटी 
बता दें कि ठाणे मनपा में शिक्षा मंडल सहित ९,०८८ कर्मचारी हैं, जबकि परिवहन सेवा में २ हजार ६०० कर्मचारी कार्यरत हैं। इसके अलावा लगभग २,५०० कर्मचारी ठेके के आधार पर सेवा में हैं। २०११ की जनगणना के अनुसार, शहर की जनसंख्या १८ लाख थी, लेकिन अब वही आबादी बढ़कर २५ लाख हो गई है। इससे सुविधाओं पर दबाव पड़ रहा है। मनपा के माध्यम से सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न परियोजनाएं चलाई जा रही हैं। कर्मचारियों की संख्या कम होने से जो कर्मचारी, इंजीनियर काम कर रहे हैं, उन पर अतिरिक्त काम का बोझ बढ़ रहा है। राज्य सरकार ने ८८० पद स्वीकृत किए हैं। वे भी आवश्यक सेवा में हैं, लेकिन ये पद भी नहीं भरे गए हैं। कर्मचारियों पर काम का प्रेशर भी बढ़ रहा है।

बढ़ रहा है काम का बोझ 
पिछले वर्ष के दौरान मनपा की सेवा से ४११ अधिकारी एवं कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए हैं। इस साल हर महीने सेवानिवृत्त अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इससे अधिकारियों और कर्मचारियों के पद खाली होने का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है और जो लोग प्रतिष्ठान में काम कर रहे हैं उनके कंधों पर काम का बोझ बढ़ता ही जा रहा है। मनपा सेवा में विभिन्न अभियंताओं के ३०० पद स्वीकृत हैं। कर्मचारियों पर काम का बोझ साफ देखा जा सकता है।

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