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नहीं सुधर रही ठाणे की स्वास्थ्य व्यवस्था! …फिर सामने आई कलवा अस्पताल की अव्यवस्था 

-सड़कों तक पहुंच रही हैं मरीजों की लंबी कतारें

सामना संवाददाता / ठाणे

सप्ताह के पहले दिन यानी सोमवार को नगरनिगम के कलवा स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल के बाह्य रोगी विभाग में जांच के लिए आए मरीजों की कतारें अस्पताल के प्रवेश द्वार के बाहर तक देखी गईं। बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में प्रतिदिन लगभग २००० मरीज आते हैं। लेकिन सोमवार को २ हजार ८०० मरीज जांच के लिए आए। प्रशासन का दावा है कि पिछले सप्ताह दो दिन शुक्रवार और रविवार को बाह्य रोगी वार्ड बंद रहने के कारण मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई और अस्पताल के बाहर कतारें लग गई।
अस्पताल की गड़बड़ाई व्यवस्था 
बता दें कि ठाणे महानगर पालिका द्वारा संचालित कलवा छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में ठाणे शहर के आलावा पुरे जिले से लोग इलाज के लिए आते है। इस अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाओं और साफ-सफाई को लेकर नागरिकों की ओर से शिकायतें आ रही थी। इस पर संज्ञान लेते हुए ठाणे मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर ने अस्पताल का ठेकेदार बदल दिया और सफाई व्यवस्था में बदलाव किया। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी फोकस किया है कि अस्पताल में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं कैसे मिले। इस अस्पताल में डॉक्टरों और कर्मचारियों की भर्ती के अलावा, अस्पताल में बिस्तरों की क्षमता ५०० से बढ़ाकर १,००० करने के लिए कदम उठाए गए हैं। वहीं सप्ताह के पहले दिन यानी सोमवार को बाह्य रोगी विभाग में जांच कराने आये मरीजों की कतारें अस्पताल के प्रवेश द्वार तक पहुंचती दिखी।
आते हैं प्रतिदिन १,५०० मरीज 
कलवा अस्पताल के बाह्य रोगी वार्ड में हर दिन लगभग १५०० मरीज जांच के लिए आते थे। लेकिन पिछले कुछ महीनों से मरीजों की संख्या बढ़ी है और प्रतिदिन करीब दो हजार मरीज जांच के लिए आ रहे हैं। अस्पताल में केस पेपर जमा करने का समय सुबह ८.३० बजे से दोपहर १२.३० बजे तक है, जबकि आउट पेशेंट वार्ड सुबह ९ बजे से दोपहर २ बजे तक खुला रहता है। साथ ही औषधि कक्ष सुबह ९ बजे से दोपहर २ बजे तक खुला रहता है। इन सभी जगहों पर सोमवार को मरीजों की लंबी कतारें लगी रहीं। स्वास्थ्य विभाग के उपायुक्त उमेश बिरारी ने कहा कि शुक्रवार को महाशिवरात्रि और फिर रविवार को अवकाश होने के कारण ओपीडी विभाग बंद था। सोमवार को मरीजों की संख्या बढ़कर २,८०० तक पहुंच गई। जिसके कारण अस्पताल के मुख्य द्वार के बाहर सड़क पर मरीजों की कतार लग गयी थी।  बिरारी ने कहा कि आये हुए मरीजों का उत्तम प्रकार से इलाज किया गया और किसी को भी परेशानी का का सामना नहीं करना पड़ा।

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