चुनाव आयोग ने कछुआ गति से चलाई चुनावी प्रक्रिया
सामना संवाददाता / मुंबई
मतदान प्रक्रिया धीमी रही। वोट देने के लिए लोगों को लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ा। संदेह पैदा हो रहा है कि लोग लंबी कतारों से थककर वापस लौट जाएंगे, वोट नहीं दे पाएंगे, क्या इस तरह की व्यवस्था सोमवार को की गई? हमें सांप्रदायिक या क्षेत्रीय विवाद नहीं करना है, लेकिन जिस स्थान पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) अथवा महाविकास आघाड़ी को जोरदार वोट पड़ने की उम्मीद थी, वहां चुनाव अयोग की ओर से कछुए की गति से मशीनरी चलाई गई। इस मतदान प्रक्रिया को बिगाड़ने का काम घातियों ने किया है। इस तरह का जोरदार हमला शिवसेना नेता व सांसद संजय राऊत ने कल किया।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने प्रेस कॉन्प्रâेंस लेकर कछुए की गति से चली मतदान प्रक्रिया पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि इन १३ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा और उनके मित्र दलों की हार को लेकर आश्वस्त होने के बाद ही उन्होंने चुनाव प्रणाली को खराब कर दिया। फिर भी जनता ने लगातार वोट किया। इसलिए महाविकास आघाड़ी की जीत तय है। उन्होंने कहा कि भाजपा और उनके मित्र दलों को जहां अनुमान था कि उन्हें अच्छे वोट मिलेंगे, वहां यंत्रणा ठीक से चल रही थी। हालांकि, हम जागरूक थे, इसलिए वे ईवीएम को हैक नहीं कर सके। उन्होंने पैसे बांटे, उसे हमने पकड़ा। इसके बाद भी उन्होंने पैसे बांटे। इसीलिए उन्होंने चुनाव प्रणाली को कछुए की गति से चलाया। मतदान के लिए आए लोगों को परेशान किया गया। कई मतदाताओं को चार-चार घंटे तक कतार में खड़ा होना पड़ा है। संजय राऊत ने गुस्से भरे लहजे में यह भी कहा कि बैलेट पेपर पर मतदान में समय लगे तो बात समझ में आती है, लेकिन जब डिजिटल इंडिया है तो वोट देने में चार घंटे कैसे लग जाते हैं। इसका मतलब है कि मोदी का डिजिटल इंडिया भी फेल हो गया है।
आखिरी वक्त तक की जी तोड़ कोशिश
संजय राऊत ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए उन्होंने आखिरी वक्त तक जीतोड़ कोशिश की है। हालांकि, मतदाताओं पर इसका कोई असर नहीं हुआ। हमने लोगों से अपील की थी कि वे कतार से न हटें, कतार में खड़े रहें, चाहे मतदान में कितना भी समय लगे, भले ही सुबह हो जाए। इसलिए कई जगहों पर रात ११ बजे तक वोटिंग शुरू रही। फिर भी कई मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाए, जो दुर्भाग्य से हमारे लोकतंत्र में हुआ है।
देश में जीतेगा इंडिया गठबंधन
इस प्रकार कछुआ गति से व्यवस्था लागू कर लोकतंत्र और मतदान का अपमान किया गया है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे और युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे के साथ कई स्थानों का दौरा कर मतदान प्रक्रिया का निरीक्षण किया। संजय राऊत ने यह भी कहा कि राज्य के १३ विधानसभा क्षेत्रों में जानबूझकर व्यवस्था को बिगाड़ा गया। यह आखिरी कदम उन्होंने इसलिए उठाया, क्योंकि उन्हें यकीन था कि भाजपा और उसके सहयोगी दल इन सभी तेरह निर्वाचन क्षेत्रों में हार रहे हैं। फिर भी मतदाता डटे रहे और मतदान किया। इसलिए उन्होंने दावा किया है कि राज्य में महाविकास आघाड़ी और देश में इंडिया गठबंधन की जीत होगी।
बिल्डर के बेटे को बचाने की कोशिश
संजय राऊत ने मांग करते कहा कि पुणे में हुई दुर्घटना मामले में पुलिस आयुक्त को सेवामुक्त कर देना चाहिए। एक बड़े बिल्डर के हेकड़ीबाज और शराबी बेटे को बचाने की कोशिश हो रही है। अजीत पवार गुट के विधायक और पुलिस आयुक्त के दबाव के कारण इस मामले को दबाया जा रहा है। मामले में दोषी नाबालिग के माता-पिता पर कार्रवाई की जानी चाहिए, जबकि बिल्डर के बेटे को बचाने की कोशिश पुलिस कर रही है।